नीमच। प्राचीन काल से ब्राह्मण राजा और प्रजा दोनों को ही शिक्षा व संस्कार का ज्ञान एवं मार्गदर्शन प्रदान करते आए हैं। अन्याय अत्याचार करने वालों का सदैव विनाश हुआ है। अन्याय अत्याचार करने वाले रावण की लंका का दहन वानरों ने कर दिया था। यह बात विधायक दिलीप सिंह परिहार ने पंचवटी कॉलोनी स्थित नवस्थापित परशुराम मंदिर पर अखिल भारतीय परशुराम सेना सर्व ब्राह्मण समाज के तत्वाधान में आयोजित प्रतिमा प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद अक्षय तृतीया पर परशुराम प्राकट्य महोत्सव की शोभा यात्रा वाहन रैली के बाद आयोजित धर्मसभा में व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि परशुराम के जीवन से हमें प्रेरणा लेनी चाहिए उन्होंने समाज को संघर्ष करने की एक नई दिशा प्रदान की है। भाजपा जिला अध्यक्ष पवन पाटीदार ने कहा कि धर्म संस्कृति के प्रति युवा वर्ग में विश्वास का भाव बढ़ रहा है। शिवभक्त परशुराम की पूजा करने से धर्म के खिलाफ लड़ाई लड़ने की शक्ति का संबल मिलता है।यदि हम धर्म का पालन करें तो धर्म हमारी रक्षा करता है। समाजसेवी संतोष चोपड़ा ने कहा कि सभी समाज जन संगठित होकर परशुराम धाम के विकास की योजना बनाएं। जब भी जो भी आवश्यकता होगी सहयोग प्रदान किया जाएगा।
समाजसेवी एडवोकेट सुनील शर्मा ने कहा कि परशुराम धाम का विकास कार्य 10 लाख रुपए की विकास राशि से किया जाना प्रस्तावित है। विधायक दिलीप सिंह परिहार से सभी समाज जन 5 लाख की राशि स्वीकृत कराने की मांग करते हैं आशा है यह राशि जल्द स्वीकृत होगी। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल चौरसिया ने कहा कि ब्राह्मण सदैव आदरणीय सहयोगी रहे हैं इन के सहयोग से कठिन से कठिन कार्य भी सरलता से पूर्ण हो जाता है। पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष उमराव सिंह गुर्जर ने कहा कि ब्राह्मणों के आशीर्वाद से सभी कार्यों में सफलता मिलती है। परशुराम की स्थापना जीवन में संघर्ष की प्रेरणा देती है। सभी प्रगति करें परशुराम की प्रेरणा से अत्याचार अन्याय के खिलाफ संगठित होकर संघर्ष करने की प्रेरणा मिलती है। इस अवसर पर राकेश भारद्वाज, ओम शर्मा, अरुण शर्मा, संगीता शर्मा, पंडित उमेश शर्मा आदि ने विचार व्यक्त किए। धर्म सभा में राजस्थान युवा परशुराम सेना के अध्यक्ष मनोज मेनारिया, चेतन व्यास मामा, योगेश कविश्वर, बृजेश सक्सेना, मुकेश कालरा ,संगीता शर्मा, अरुण शर्मा मंदसौर, पंडित घनश्याम शास्त्री, पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष राजू तिवारी, राजेंद्र शर्मा, गायत्री प्रसाद शर्मा मंदसौर, पंडित विमल शर्मा, नवीन तिवारी, कांग्रेस नेता तरुण बाहेती, आदि गणमान्य लोग मंचासीन थे। इस अवसर पर ब्राह्मण समाज को संगठित करने तथा समाज सेवा के माध्यम से उल्लेखनीय सेवा कार्यों के लिए समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाली मातृशक्ति एवं सामाजिक कार्यकर्ता जयप्रकाश पुरोहित का अतिथियों एवं समिति पदाधिकारियों द्वारा सम्मान किया गया।
भगवान विष्णु के छठे अवतार राजराजेश्वर परशुराम जी की प्रतिमा स्थापना पश्चात, अक्षय तृतीया के पावन उपलक्ष में शनिवार 22 अप्रैल को प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के साथ आयोजित किया गया। इस अवसर पर शोभायात्रा में प्रथम 50 आगमन वाली मातृशक्ति के नाम पंजीयन किए गए जिसमें से 10 भाग्यशाली मातृशक्ति का ड्रा निकालकर भाग्यशाली को सम्मानित किया गया। पंडित घनश्याम शास्त्री, पंडित चतुर्भुज शास्त्री, पंडित राम प्रसाद शर्मा, संजय शर्मा, हेमंत शर्मा एवं अन्य विद्वान आचार्यों की उपस्थिति में प्रातः पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर वैदिक मंत्रोचार के साथ सर्वदेव का आह्वान किया गया। इस अवसर पर विभिन्न औषधियों व वैदिक मंत्रोचार के साथ आहुतियां दी गई। विश्व में सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की गई। प्राण प्रतिष्ठा पश्चात यज्ञ का आयोजन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया। यज्ञ में यजमान गिरीश व्यास, कन्हैया शर्मा, उमेश शर्मा, दिनेश मनावत, विकास जोशी सहित 5 जोड़ों ने सपत्नीक आहूतिया दी।
धर्म सभा में संरक्षक राकेश भारद्वाज, राष्ट्रीय संयोजक जयप्रकाश पुरोहित, भुपेंद्र गौड़ बाबा ,पवन शर्मा, जिला अध्यक्ष नवीन तिवारी, प्रभारी उमेश शर्मा, गिरीश व्यास, पुरुषोत्तम शर्मा, प्रोफेसर डॉक्टर संजय जोशी, दिनेश मनावत, सुनील शर्मा, पार्षद धर्मेश पुरोहित, कन्हैया शर्मा, डॉक्टर बालकृष्ण मिश्रा, डॉक्टर जीवन कौशिक, मुकेश नागदा, विकास जोशी, रूद्र पाराशर, दिनेश कुमानी बंटी, गजेंद्र शर्मा, कीर्ति पंचोली, दीपेश शर्मा, रामनिवास शर्मा, नरेंद्र तिवारी, दिलीप व्यास, भेरूलाल शर्मा, अमरीश शर्मा, महिला वर्ग में भारती व्यास, संगीता शर्मा, अर्चना तिवारी, शशि शर्मा, शोभा शर्मा, नीतू अवस्थी, शारदा शर्मा, सोनू शर्मा, संतोष जोशी, अर्चना पाराशर, सहित सैकड़ों विप्रजन महिला लाल पीले वस्त्रों में और पुरुष श्वेत वस्त्रों में उपस्थित थे। इस अवसर पर 9 ढोल से देव आह्वान किया गया। इस अवसर पर पूजन हवन न्याय प्रतिष्ठा पूर्णाहुति वैदिक मंत्रोचार के साथ दी गई।
आचार्य पंडित घनश्याम शास्त्री ने कहा कि इस अवसर पर हनुमान जी विभीषण अष्टावक्र परशुराम 8 महान आत्माएं पृथ्वी परअमर है जीवन एक बार सभी अवश्य किसी न किसी रूप में दर्शन देते हैं। संसार के सभी प्राणियों का कल्याण करते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अंत में आयोजन समिति के पदाधिकारियों द्वारा विद्वान आचार्य एवं पंडितों का सम्मान किया गया। महा आरती के बाद प्रसाद वितरण किया गया। धार्मिक यज्ञ में सुबह 6.30 बजे समाज जन परशुराम धाम पधारें। उन्होंने भगवान परशुराम की पूजा अर्चना दर्शन कर आशीर्वाद ग्रहण किया। कार्यक्रम में महिलाओं बच्चों ने अपार उत्साह के साथ भाग लिया। मातृशक्ति लाल पीले रंगों के परिधानों में सहभागी बनी।
कार्यक्रम की पावन श्रृंखला में 22 अप्रैल को प्रातः 9 गांधी वाटिका अनंत मंगल बालाजी में पूजा अर्चना के बाद अखिल भारतीय परशुराम सेना द्वारा आयोजित विशाल शोभायात्रा एवं वाहन रैली का शुभारंभ हुआ। शोभा यात्रा टाकीज चौराया, कमल चौक, फव्वारा चौक, श्री बड़े बालाजी मंदिर चौक, नया बाजार, बिहार गंज, नरसिंह मंदिर, श्रीराम चौक, घंटाघर, बिचला गोपाल मंदिर, तिलक पथ, जाजू बिल्डिंग, अग्रसेन वाटिका मार्ग, चौकन्ना बालाजी सहित शहर के प्रमुख मार्गो से होकर श्री परशुराम धाम पंचवटी कॉलोनी पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुई।
शोभायात्रा में सबसे आगे डीजे पर भगवान परशुराम के जीवन चरित्र पर आधारित विभिन्न भजनों की स्वर लहरियां बिखर रही थी। युवा वर्ग ढोल की मस्ती में लिन थे। यात्रा में लगभग 10 से अधिक पुलिसकर्मी सुरक्षा व्यवस्था पर निगरानी रख रहे थे। स्वयं एसडीएम ममता खेड़े ने जुलूस का निरीक्षण किया। शोभा यात्रा का मार्ग में दिलीप छाजेड़, पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष राकेश पप्पू जैन, चंद्रप्रकाश मोमू लालवानी, सुनील संजय शर्मा, पंडित लक्ष्मण शास्त्री, गोपाल पाराशर रामगोपाल पाराशर, पुरुषोत्तम मिश्र, रूद्र पाराशर, पवन शर्मा, रघुनंदन पाराशर, राम गोपाल राठौर, श्याम मंदिर बावड़ी वाले बालाजी भक्तों गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों आदि सामाजिक संगठनों द्वारा पुष्प वर्षा एवं स्वल्पाहार वितरण कर स्वागत अगवानी की गई। धर्म सभा का संचालन प्रोफेसर डॉक्टर संजय जोशी ने किया तथा आभार जय प्रकाश पुरोहित ने माना।