रतनगढ़। श्री श्यामा प्रसाद मुखर्जी सामुदायिक भवन रतनगढ़ पर आयोजित विशाल निःशुल्क नेत्र (जांच) परीक्षण एवं ऑपरेशन शिविर का आयोजन दिनांक 23 अप्रैल रविवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सामुदायिक भवन रतनगढ़ पर सम्पन्न हुआ। जिला अंधता निवारण समिति नीमच के आर्थिक सहयोग से गोमाबाई नेत्रालय नीमच के अनुभवी एवं विख्यात चिकित्सा के दल द्वारा कुल 145 महिला पुरुष नेत्र रोगीयो की शिविर में जांच परीक्षण किया गया। जिसमे 34 मरीजों का निःशुल्क मोतियाबिंद ऑपरेशन हेतु चयन किया गया।
दिप प्रज्वलन कर किया शुभारंभ-
इस अवसर पर निःशुल्क नेत्र चिकित्सा शिविर का विधिवत शुभारंभ भारत मां की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दिप प्रज्वलन कर किया गया। इस अवसर इस निःशुल्क नेत्र परीक्षण एवं ऑपरेशन शिविर में रतनगढ़,गुंजालिया, देहपुर, नारदा, चामुंडिया, जाट, राजौर, गरवाडा, आलोरी, खजूरिया, रामनगर, ऊमर, काकरिया तलाई सहित कई स्थानों के महिला पुरुषों ने शिविर में पहुंच कर अपनी जांच करवाई। इस अवसर पर व्यवस्थापक ओमप्रकाश मूंदड़ा, विमल व्यास, सुनिल बैरागी,राजेश लढा, प्रकाश व्यास, निटू पाराशर, हिम्मत जैन, कमलेश अग्रवाल, ओमप्रकाश सोनी, हंसमुख सोनी,टिंकू बना, केशव सोनी, सत्यनारायण नागदा, झुम्मक सोनी शांति लाल गुर्जर अखिलेश खटोड़ अनिल पाराशर सहित अन्य कई सदस्यों ने उपस्थित रहकर शिविर में अपनी सेवाएं दी।
145 नेत्र रोगियों का किया गया जांच परिक्षण,34 हुए ऑपरेशन के लिए चयनित-
इस अवसर पर आयोजित नेत्र शिविर मे गोमाबाई नेत्रालय नीमच के अनुभवी एवं विख्यात चिकित्सकों के 15 सदस्यीय दल में वरिष्ठ चिकीत्सक डॉ. रजत चौधरी,दिपक त्रिवेदी, घनश्याम पांडे, लता मेघवाल, कविता नागदा, निकिता सेन, समीर खान, प्रियंका जैन, आकाश कुशवाह सहित अन्य चिकित्सीय दल की टिम द्वारा नजर, चश्मे, काला पानी, मोतिया बिंद, नासूर, पर्दे की बीमारी आदि की जांच निःशुल्क की गई। जिसमे 142 महिलाओं एवं पुरुषों की जांच की गई। जिसमे से 34 रोगियो को निरूशुल्क मोतियाबिंद आपरेशन के लिये चयनित किया गया। शिविर व्यवस्थापक ओमप्रकाश मूंदड़ा ने बताया कि जाँच के पश्चात आपरेशन के लिए सभी 34 मोतियाबिंद के चयनित मरीजों को दिनांक 25 अप्रैल मंगलवार को राधा कृष्ण मंदिर सब्जी मंडी परिसर रतनगढ़ से गोमाबाई नेत्रालय नीमच के लिए निःशुल्क ले जाया जाएगा। सभी मरीजों का खाने पीने रहने की व्यवस्था निःशुल्क रहेगी।
-
वॉइस ऑफ़ एमपी की मुहीम- बेज़ुबान पक्षियों के लिए दान करें सकोरे या फिर अपने मकान की छत पर रखे सकोरे, भीषण गर्मी में सुने इनकी फ़रियाद।