नीमच। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन नीमच द्वारा कनावटी के वृंदावन रिसोर्ट में उज्जैन झोन की एक भव्य और गरिमामय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें मालवा और मेवाड़ के वरिष्ठ व ख्यातनाम 150 चिकित्सकों ने भाग लिया। आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक जैन ने बताया कि इस ज़ोनल आयोजन में गीतांजलि मेडिकल हॉस्पिटल द्वारा विशेष सहयोग किया गया है। मीटिंग का मूल उद्देश्य यह है कि मेडिकल साइंस में जो नई तकनीकें विकसित हो रही है, उससे यहां के डॉक्टर अपडेट रहें और अपने मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर सकें।इस कॉन्फ्रेंस में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए कार्डिक सर्जन डॉक्टर संजय गांधी,न्यूरोलॉजिस्ट डॉ अनीस झुक़्कर वाला, कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर रमेश पटेल ने अपनी विशेषज्ञता वाले क्षेत्र के बारे में उपस्थित डॉक्टर्स को नई तकनीक से अवगत कराया। कार्डिक सर्जन डॉक्टर संजय गांधी ने हार्ट और लंग्स के फेल हो जाने पर एक्मो के माध्यम से ऑपरेशन के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने एक्मो मशीन से मरीजों की जान बचाने के बारे में विस्तार से अवगत कराया।न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर अनीस ने एपिलैप्सी यानी मिर्गी की बीमारी के इलाज हेतु जो नए एडवांसेस आ गए हैं,उस संबंध में बारीकी से जानकारी दी। कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर रमेश पटेल ने नई टेक्नोलॉजी श्टावीश् के बारे में बताते हुए कहा कि अब बिना चीर फाड़ के पांव की नस के रास्ते से हृदय के वाल्व को बदला जा सकता है। गीतांजलि के सीईओ प्रीतम तंबोली ने बताया कि इस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर द्वारा अंगदान करके जीवनदान देने का बहुत ही सराहनीय संकल्प लिया जा रहा है।एक व्यक्ति आर्गेन्स दान करके 9 व्यक्तियों की जान बचा सकता है। आर्गन ट्रांसप्लांट पर भी चर्चा हुई। राजस्थान आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर सुनील चुघ ने राजस्थान सरकार द्वारा लाए गए विधेयक राइट टू हेल्थ के बारे में कहा कि लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है, सरकार इसे निजी चिकित्सालय के कंधे पर डालकर अपनी जिम्मेदारियों से बच रही है। कॉन्फ्रेंस में कोविड-19 के पश्चात पड़ने वाले प्रभाव, युवावस्था में बढ़ते हृदयाघात के केस और कैंसर रोग के बारे में भी चर्चा हुई। आईएमए नीमच की स्थापना के 40 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर जोनल मीटिंग में फाउंडर्स मेंबर्स वरिष्ठ चिकित्सकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर आईएमए मध्य प्रदेश के अध्यक्ष डॉ राकेश पाठक, महासचिव डॉ राजशेखर पांडे, आयोजन समिति के चेयरमैन डॉ जे सी वर्मा, सचिव डॉ मनीष चमडिया सहित करीब 10 जिलों से डॉक्टर्स उपस्थित रहे। जिसमें उज्जैन, रतलाम, मंदसौर, नीमच, नागदा जावरा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, छोटी सादड़ी और बड़ी सादड़ी के चिकित्सक शामिल है।
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वॉइस ऑफ़ एमपी की मुहीम- बेज़ुबान पक्षियों के लिए दान करें सकोरे या फिर अपने मकान की छत पर रखे सकोरे, भीषण गर्मी में सुने इनकी फ़रियाद।