नीमच। आज मध्यप्रदेश चिकित्सा अधिकारी संघ की शाखा जिला नीमच के चिकित्सकों द्वारा जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिलाधीश दिनेश जैन को अपनी मांगों के विषय में ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि चिकित्सकों के लिए डीएसीपी योजना हेतु गठित उच्च स्तरीय समिति की रिपोर्ट को लागू किया जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ के बैनर तले प्रदेश के 10000 चिकित्सकों ने अपनी कई वर्षों से लंबित मांगों को लेकर 17 फरवरी को प्रदेशव्यापी आंदोलन किया था। जिसे मुख्यमंत्री के आश्वासन पर जनहित में स्थगित कर समस्त चिकित्सक कार्य पर लौट गए थे। शासकीय चिकित्सकों की मांग है कि डायनामिक ऐश्शयोर्ड कैरियर प्रोग्रेशन को तुरंत लागू किया जाए। स्वास्थ्य संविदा कर्मियों को नियमित किया जाए और चिकित्सकीय सेवाओं में प्रशासनिक दखलअंदाजी बंद की जाए। इन मांगों को लेकर शासकीय चिकित्सकों द्वारा प्रभारी मंत्री, विधायक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा गया। चिकित्सकों द्वारा ज्ञापन मैं यह भी कहा गया यदि हमारी मांगे नहीं मानी गई तो 1 मई से हम लोग चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर देंगे। 1 मई को काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। 2 मई को बाह्य रोगियों के लिए ओपीडी बंद रहेगी,लेकिन आकस्मिक सेवाएं चालू रहेगी। यदि फिर भी मांगे नहीं मानी गई तो 3 मई से चिकित्सक अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।उक्त तीनों मांगों को लेकर सभी शासकीय चिकित्सक जो मेडिकल कॉलेज स्वास्थ्य विभाग, पीएसआई और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन का महागठबंधन बनाया गया है। ज्ञापन सौंपते समय डॉक्टर महेंद्र पाटील, डॉक्टर संगीता भारती, निरूपा झा, डॉ नितिन जैन, डॉ प्रवीण मारु, डॉ राजेश मीणा, डॉक्टर संदीप शर्मा,डॉक्टर अनुज, डॉ प्रवीण पंचाल और और बड़ी संख्या में शासकीय चिकित्सक मौजूद रहे।
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