चित्तौड़गढ़। ब्रह्माकुमारीज़, प्रतापनगर, सेवा केंद्र प्रभारी बी के आशा दीदी ने बताया कि आबूरोड़, शांतिवन में पांच दिवसीय राजयोग शिविर एवं आबू दर्शन कार्यक्रम में चित्तौड़ सेवा केंद्र के 35 भाई बहनों के ग्रुप में भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन बी के अनिता दीदी ने किया। इसमें भारत भर से लगभग 4000 लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में राजयोग कोर्स एवं राजयोग की विधि पर भाई बहनों को समझाया गया। वही अंतिम दिन आबू दर्शन में भाई बहनों ने ज्ञान सरोवर, देलवाड़ा जैन मंदिर, पांडव भवन, ओम शांति भवन, नक्की झील, ग्लोबल हॉस्पिटल का भ्रमण किया।
पांडव भवन के बी के गोविंद भाई ने ग्रुप के सदस्यों को संबोधित करते हुए बताया कि यह ब्रह्मा बाबा की तपस्या भूमि है। इससे पूरे विश्व में सुख शांति की किरणे फैल रही है। परमात्मा ज्ञान केवल सुनने और सुनाने का नहीं बल्कि इस ज्ञान को जीवन मैं धारण करने पर संस्था जोर देती है। दुनिया में अच्छी बातों से प्रभावित करने वाले अनेक है। यह परमात्मा ज्ञान शिव भगवान द्वारा दिया गया है जो कि जीवन परिवर्तन का बल प्रदान करता है। मनुष्य आत्माओं में श्रेष्ठ परिवर्तन करने की शक्ति नहीं रही है। यह राज योग की विधि स्वयं निराकार शिव परमात्मा द्वारा सिखाई गई है, जो की जीवन का श्रेष्ठ परिवर्तन करने का बल प्रदान करती है। परमात्मा शक्ति से हमारे जीवन में परिवर्तन संभव होता है। यह भूमि परमात्मा शिव की अवतरण भूमि है, इस भूमि पर कदम पड़ना भी बहुत भाग्य की निशानी है। यह विश्व की सबसे पवित्र भूमि और सर्वोत्तम तीर्थ स्थान है।
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