मंदसौर। शिवना नदी के शुद्धिकरण का 28 करोड़ रुपए प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गया। मन्दसौर में अभी 100 करोड़ की योजनाओं के तहत कई प्रोजेक्ट के कार्य संचालित हो रहे हैं जिसके अंतर्गत दो बड़े पम्प हाउस और सिवरेज लाइन कार्य चल रहा हैं। अमृत योजना के अन्तर्गत यह कार्य क्रियान्वित किए जा रहे हैं।
समाजसेवी सुनील बंसल ने बताया कि मन्दसौर के कुछ नामचीन हस्तियों के इशारों पर इंजीनियर भी अपनी मनमानी कर सीवर लाइन के पाइप लाइन डाली जा रही है। खुदाई के दौरान निकली मिट्टी को नदी के किनारे पर डाल रहे हैं, जिसके कारण शिवना तट सकरा होता जा रहा। कुछ लोगो को फायदा पहुंचाने और शिवना तट के आसपास स्थित खेत खलियान वालो को मोटा लाभ मिलता दिख रहा है क्योंकि आसपास के खेतों वालों ने मिट्टी नदी में डालकर नदी के पाट को खत्म किया जा रहा हैं। जिसके कारण आने वाले समय में धीरे धीरे शिवना का अस्तित्व खत्म हो जाएगा।
सुनील बंसल ने बताया कि जनप्रतिनिधियों को भी ध्यान देना चाहिए कि शिवना नदी के पाट को खत्म किया जा रहा है। इंजिनियर की मनमानी और किसी व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के लिए मन्दसौर शहर की धरोहर शिवना नदी के अस्तित्व को खत्म किया जा रहा हैं। हमारे द्वारा इनके खिलाफ आवाज उठाई और अगर इस कार्य कोई सुधार नहीं किया तो आगे आंदोलन किया जाएगा।