जावद। नगर में शासकीय भूमि पर कब्जा कर अवैध निर्माण करने का दौर जारी है। नगर में कई ऐसे अवैध निर्माण हैं जो कि शासकीय भूमि पर बने हुए हैं। चाहे भले वह नगर परिषद की हो या राजस्व की और यह सब कुछ शासन प्रशासन के ढुलमुल रवैया का नतीजा रहता है। अतिक्रमणकर्ताओं को कहीं ना कहीं राजनीतिक संरक्षण मिलने के कारण उनके हौसले बुलंद होते हैं।
जावद नगर में इन दिनों एक ऐसा ही मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। रामपुरा दरवाजा बावल रोड स्थित एक शासकीय भूमि को व्यक्ति विशेष द्वारा अपनी निजी बताई जा रही है और उस पर निर्माण कर रहा है। इस संबंध में मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा बताया गया कि नगर परिषद द्वारा उक्त व्यक्ति को नोटिस जारी कर दिया गया है अगर यह भूमि उसकी स्वयं की है तो परिषद में उक्त भूमि के दस्तावेज प्रस्तुत करें। किंतु आज दिनांक तक उक्त व्यक्ति द्वारा परिषद में कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए एवं उक्त भूमि पर निर्माण कार्य जारी है।
नगर परिषद अध्यक्ष सोहन माली से इस संबंध में जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि उक्त व्यक्ति का कहना है कि यह भूमि मेरे खेत की है और मैं इस पर केवल बाउंड्री बना रहा हूं।
जबकि लोगों का कहना है कि यहां इतनी सी जगह में कोई खेत नहीं था। उक्त भूमि के दोनों तरफ शासकीय रास्ते हैं। उक्त भूमि के पीछे की तरफ जावद नगर का बाईपास रास्ता है और आगे की तरफ बावल-मोरवन का रास्ता है। एक तरफ शासकीय भूमि है, जहां नगर परिषद की दुकानें बनी हुई है तो फिर यहां कृषि भूमि कहां से आई ऐसा लोगों का कहना है।
उक्त संबंध में जिला कलेक्टर दिनेश जैन से चर्चा हुई तो उन्होंने कहा कि आपके द्वारा जानकारी मुझे प्राप्त हुई है तो जल्द ही इसे संज्ञान में लेकर दिखवाया जाएगा।
अब देखना यह है कि नगर परिषद द्वारा जिला कलेक्टर के आदेश पर उक्त अवैध निर्माण को इतनी जल्दी रुकवा पाएगी या फिर राजनीतिक संरक्षण के चलते हैं यह भी ठंडे बस्ते में चला जाएगा।