नीमच। ग्राम पंचायत चल्दू में मनरेगा से बनी गौशला जो काफी दिनों से बंद पड़ी हुई थी, जिसे तीन महीने पहले महाराज सा कमलमुनी जी व पंचायत द्वारा नाम करण भी किया था, जिसका नाम वृंदावन गौशाला रखा गया था, फिर भी काफी दिनों से गौशाला बंद पड़ी हुई थी, जिसे देख ग्राम चल्दू व आसपास के युवा आगे आए और सरपंच के साथ मिलकर उस गौशला को शुरू किया, जिससे वह आसपास ग्रामीण क्षेत्रों एवं हाईवे पर बेसहारा घुम रहे 30 से 35 गौ वंश को आसरा दिया।
युवा गौ सेवकों का कहना था कि हमारे क्षेत्र में काफी गौ वंश हाईवे किनारे घूमते हैं और सड़क दुर्घटना में खुद भी जान गंवाते हैं और राहगीर भी घायल हो जाते हैं, जिसे देख हम सब युवाओं ने सोचा कि क्यों ना हमारे ग्राम पंचायत मे बंद पड़ी शासकीय गौशला मे इन बेसहारा गौ वंश को लाकर गोशाला को पुनः शूरू किया जाए, इससे पशुओं की देख रेख भी हो जाएगी और गोशाला भी अस्तित्व में आ जाएगी।
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