नीमच। जिले सहित प्रदेशभर में एक बार फिर मानसून की बारिश पर ब्रेक लग गया है। जिले में पिछले चार दिन से बारिश नहीं हुई। इसके पहले भी लंबी खेंच के बाद बारिश हुई थी। दो दिन तक रूक-रूककर हुई बारिश ने खेतों में खड़ी फसलों को नया जीवन दिया था। लेकिन एक बार फिर बारिश का दौर थमने से किसान चिंतित दिखाई दे रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि आगामी कुछ दिन और बरसात नहीं हुई तो फसलों को नुकसान पहुंचेगा। नीमच जिले में चालू वर्षा काल में अब तक 20.9 इंच से अधिक बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि दक्षिण उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती घेरा सक्रिय था। इसी से होते हुए मानसून ट्रफ लाइन गुजर रही थी। अब यह सिस्टम कमजोर पड़ कर उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास है। इसका मध्यप्रदेश पर ज्यादा असर नहीं है। इस कारण प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क हो रहा है। हालांकि, ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। आगामी 5 से 6 सितंबर तक मौसम शुष्क ही रहेगा। कहीं-कहीं लोकल सिस्टम की वजह से बूंदाबांदी हो सकती है।
आगामी 24 घंटे में यहां होगी बारिश-
एमपी के ग्वालियर, चंबल, रीवा, सागर और शहडोल संभाग में कहीं-कहीं पर गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी या हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं भोपाल, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन संभाग में भी कुछ जिलों में बूंदाबांदी की संभावना है। बाकी मालवा के रतलाम, मंदसौर, नीमच सहित राजस्थान के चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ व भीलवाड़ा जिले में धूप-छावं वाला मौसम रहेगा।