चित्तौड़गढ़। भाई बहन के रिश्ते का पावन पर्व रक्षाबंधन का त्यौहार पूरे देश में हर्षाेल्लास से मनाया जाता है। इस पावन पर्व को बुधवार रक्षाबंधन के दिन सुख सेवा संस्थान नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र द्वारा यह पर्व हर्षाेल्लास मनाया गया। संस्थान अध्यक्ष गफ्फार पठान ने बताया कि इस अवसर पर विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किये गए जिसमें राष्ट्र सेविका समिति चित्तौड़गढ़ की महत्वपूर्ण भागीदारी रही।
बहिनों ने भविष्य में नशा न करने का मांगा वचन
इस अवसर पर राष्ट्र सेविका समिति चित्तौड़गढ़ की प्रान्त सहबौद्धिक प्रमुख डॉ. सुशीला लड्ढा ने रक्षाबंधन के पर्व के महत्व को पौराणिक व ऐतिहासिक मान्यताओं के माध्यम से समझाया। प्रान्त कार्यवाहिका वंदना वजीरानी ने इलाजरत मरीजों को नशे की बुराई को बताते हुए कहा कि इससे समाज में अनैतिक कार्याे को बढ़ावा मिलता है। उन्होनें इस पर्व पर भविष्य में नशा न करने का वचन मांगा। समिति की विभाग कार्यवाहिका एडवोकेट विमला सेठिया ने जिंदगी को सही ढंग से जीने के तरीके बताए। ज़िला कार्यवाहिका सीमा मेहता ने बताया कि सुखसेवा संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्थान द्वारा जो नशा मुक्ति हेतु कार्यक्रम के जा रहे हैं सराहनीय है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में विभाग सेवा प्रमुख नीरजा गर्ग, स्वपना बाल, दीपिका छीपा, रूहानी खटवानी, हर्षिता हसीजा, तन्वी लक्ष्य व भव्य वजीरानी का विशेष सहयोग रहा।
एक हजारों में मेरी बहना है.... भाई बहन के गीतों ने कार्यक्रम को बनाया खूबसूरत
कार्यक्रम का आरम्भ ईश वंदना से हुआ। कार्यक्रम में राष्ट्र सेविका समिति द्वारा विधिविधान से इलाजरत भाइयों को मुंह मीठा कराया व तिलक लगाकर उनकी कलाइयों पर रक्षासूत्र बांधते हुए उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना की। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी के कलाकार अमित कुमार चेचानी द्वारा भाई बहन पर आधारित गीत संगीत का कार्यक्रम भी आयोजित किया गया जिसमें उन्होंने फूलों का तारों का सबका कहना है, मेरी प्यारी बहनियाँ जैसे गीतों को गाकर माहौल को ओर खूबसूरत बनाया। सुखसेवा संस्थान द्वारा राष्ट्र सेविका समिति चित्तौड़गढ़ की टीम का इस आयोजन में बेहतर बनाने हेतु आभार किया व उन्हें स्मृति चिन्ह व संस्थान द्वारा प्रकाशित नशामुक्त जीवनशैली की कला की पुस्तक भी भेंट की गई। इस अवसर पर संस्थान के शोएब पठान, कुलदीप सिंह राठौड़, जीतेन्द्र तोमर, कन्हैया लाल, दिलखुश शर्मा, लक्की पठान आदि का सहयोग रहा।