नीमच। श्री 1008 महावीर दिगंबर जैन मंदिर, नीमच में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारियाँ जोरों पर हैं। यह ऐतिहासिक एवं धार्मिक आयोजन 30 नवंबर से 5 दिसंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें पुराने पंचनाथ मंदिर के स्थान पर नव निर्मित महावीर जैन मंदिर की प्रतिष्ठा की जाएगी। यह आयोजन नीमच के लिए एक जैन कुंभ मेला के रूप में देखा जा रहा है।
महोत्सव की शुरुआत शनिवार को जिन प्रतिमाओं के मंगल प्रवेश एवं भव्य शोभायात्रा से हुई, जिसमें नगर जैन समाज सहित श्रद्धालुओं की अपार सहभागिता रही। प्रातः 8.30 बजे जैन कॉलोनी स्थित महावीर दिगंबर जैन मंदिर से प्रारंभ हुई शोभायात्रा में जिन शासन की ध्वजा, घोड़े पर सवार युवाओं की टुकड़ी, बग्गी में विराजित इंद्र-इंद्राणी एवं पाँच ट्रैक्टरों पर 35 जिन बिंब प्रतिमाओं को सजाकर निकाला गया।
शोभायात्रा मार्ग पर समाजजनों ने 108 स्वागत द्वार एवं 51 से अधिक मंचों के माध्यम से श्रद्धा के साथ स्वागत किया। नगर का वातावरण जयघोष और भक्ति-भाव से ओतप्रोत रहा।
भगालेश्वर मंदिर सभागार में आयोजित धर्मसभा में अहमदाबाद के प्रतिष्ठाचार्य कहान गुरुदेव रजनीभाई डोसी ने श्जीव दयाश् के महत्व पर प्रवचन देते हुए कहा कि जीव दया के बिना न तो संसार में सुख-शांति संभव है और न ही आत्मा का कल्याण। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को दया, संयम और अहिंसा के मार्ग पर चलने का संदेश दिया।
इस छह दिवसीय प्रतिष्ठा महोत्सव में देश-विदेश से लगभग 5,000 श्रद्धालुओं के नीमच पहुंचने की संभावना है, जिससे यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र बनेगा बल्कि नगर में भक्ति और सेवा का महाउत्सव भी देखने को मिलेगा।