चीताखेड़ा। पर्यूषण महापर्व के अवसर पर रविवार को पूरे नगर में भगवान महावीर स्वामी का जन्मोत्सव बड़े हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। सुबह से ही जिनालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी और नगर में जगह-जगह “त्रिशला नंदन वीर की जय, महावीर की जय” के जयकारे गूंजते रहे।
श्री मुनि सुव्रत स्वामी जिनालय से भगवान महावीर के बाल स्वरूप को पालने में विराजमान कर भव्य वरघोड़ा निकाला गया। नगर भ्रमण के दौरान जगह-जगह पुष्पवर्षा और अक्षत से स्वागत किया गया। श्रद्धालु नाचते-गाते और डांडिया खेलते हुए प्रभु की महिमा का गुणगान करते चले।
दोपहर में श्री चंद्रप्रभ जिनालय पर कल्पसूत्र वाचन आचार्य राजू खिमेसरा द्वारा किया गया। जैसे ही माता त्रिशला के 14 स्वप्न और भगवान महावीर का जन्मवृत्तांत सुनाया गया, जिनालय घंटियों-घड़ियालों की ध्वनि और जयकारों से गूंज उठा। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने केसर छापे लगाए, श्रीफल फोड़े और एक-दूसरे को गले मिलकर बधाइयाँ दीं।
विभिन्न लाभार्थी परिवारों ने पालना झुलाने, आरती, केसर छापे और बोलियों का लाभ लिया। आयोजन के अंत में प्रभावना वितरण किया गया। इस भव्य जन्मोत्सव में श्री चंद्रप्रभ जिनालय ट्रस्ट अध्यक्ष सुनील सगरावत, सचिव शांतीलाल सगरावत सहित बड़ी संख्या में समाजजन एवं श्रद्धालु मौजूद रहे।