उज्जैन। 9 अगस्त को तड़के 3 बजे भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल को पुजारी परिवार की ओर से राखी अर्पित की जाएगी। इस बार राखी अमर पुजारी के परिवार की महिलाएं बना रही है। उनके घर पर परिवार की महिलाएं बीते एक हफ्ते से भगवान महाकाल को अपना भाई मानकर राखी बना रही है।
इस बार की राखी में मखमल का कपड़ा, रेशमी धागा और मोती का उपयोग कर राखी पर भगवान गणेश जी को विराजित किया है। ये राखी रक्षा बंधन के दिन शनिवार सुबह भगवान महाकाल को अर्पित की जायेगी।
मान्यता है की हिन्दू रीति से मनाए जाने वाले सभी पर्व की शुरुआत महाकाल मंदिर से होती। शनिवार तड़के मंदिर में राखी अर्पित होने के बाद देश भर में राखी का पर्व मनाया जाएगा। श्रावण पूर्णिमा रक्षाबंधन के अवसर पर विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर में पुजारी परिवार द्वारा बाबा महाकाल को राखी अर्पित की जाएगी। ये राखी पुजारी परिवार की महिलाएं भगवान महाकाल को बांधेगी।
इसके साथ भगवान महाकाल को एक लाख से अधिक लड्डुओं का महाभोग लगाया जाएगा। यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है। जिसे प्रसाद में शामिल किया जाता है। भस्मारती के पश्चात सुबह दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया जाएगा। पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि रक्षा बंधन पर्व पर भस्म आरती में भगवान को राखी अर्पित की जायेगी। सवा लाख लड्डुओं का भोग लगेगा।