छतरपुर। आज पूरे भारत में बहनें मौली धागा, राखी रक्षा सूत्र बांधकर रक्षा बंधन का पवित्र त्योहार मना रहे हैं। इस संदर्भ में, बागेश्वर धाम में रक्षा बंधन का त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाया जा रहा है, बहने अपने हाथों से बनी हुई राखी अपने भाई महाराज जी को बांधने के लिय कई हुई हैं जिसमें बागेश्वर महाराज को अपने छोटे या बड़े भाई के रूप में मानने वाली बहनें आज बागेश्वर धाम पहुंची हैं, जो रक्षा सूत्र बांधकर अपने भैया बागेश्वर महाराज के साथ रक्षा बंधन का त्योहार मना रही हैं।
बागेश्वर धाम में, देश के विभिन्न क्षेत्रों से आई बहनें, बागेश्वर महाराज को अपने भाई के रूप में मानती हैं, और सुबह से ही उन्हें रक्षा सूत्र बांधने का सिलसिला जारी है। इस अवसर पर, बागेश्वर महाराज सभी बहनों से राखी बंधवाकर और दक्षिणा देकर उनका सम्मान कर रहे हैं। बागेश्वर महाराज अपनी बहनों से धरती पर बैठकर राखी बंधवा रहे हैं। इस शुभ अवसर पर, कोलकाता, देहरादून, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश सहित देश के कई राज्यों से बहनें बागेश्वर धाम में महाराज श्री को राखी बांधने के लिए पहुंची हैं।
आज रक्षा बंधन के अवसर पर बागेश्वर महाराज सभी को शुभकामनाएं देते हैं।
प्राचीन परंपरा में आचार्य राष्ट्र, यजमान और शिष्यों की रक्षा के लिए रक्षा सूत्र बांधते थे, जिसमें वचन महत्वपूर्ण होते थे।
वे राष्ट्र, सनातन धर्म, गौ, गौरी, गोपाल, गंगा और गायत्री की रक्षा का वचन लेते थे।आज रक्षा बंधन भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है, जबकि वैदिक परंपरा में यह एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान था।
महाराज संदेश देते हैं कि बहनें उपहार लें या न लें, भाई उनकी रक्षा का वचन अवश्य लें,हर बहन को भारत में सहज घूमने का अधिकार है और बलात्कार जैसे अपराध बंद होने चाहिए।भाइयों को बहनों को लव जिहाद से बचाने का वचन देना चाहिए, यही सबसे बड़ा उपहार होगा। सभी भाई राखी के प्रेम बंधन को स्वीकार करें और देश से लव जिहाद को मिटाने का वचन दें।