खरगोन। भादौ दूज पर सोमवार को शहर के जमींदार मोहल्ला क्षेत्र में स्थापित अधिष्ठाता देव भगवान श्री सिद्धनाथ का शिवडोला भव्यता के साथ निकला। नगर भ्रमण का यह 57वां वर्ष है, जमींदार मोहल्ला से सुबह करीब 10.30 बजे शुरु हुआ शिवडोले को महज 5 किमी लंबे मार्ग पर भ्रमण में करीब 16 घंटे लगे। रात करीब एक बजे डोला परंपरागत मार्ग से होते हुए पुनरू मंदिर पहुंचकर विराम दिया गया।
भगवान श्री सिद्धनाथ जिस.जिस मार्ग से गुजरे रास्ते में उनके दर्शन के लिए श्रद्धालू लालायित दिखाई दिए। श्री सिद्धनाथ की एक झलक पाने के लिए श्रद्धालू आतुर रहे। भगवान श्री सिद्धनाथ जब प्रजा का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकले तो उनके आगे. आगे झिलमिलाती झाकिंयो, स्वांग दल, लोकनृत्य दल, भजन मंडलियां, अखाड़ा के कलाकार उनकी अगुवानी करते हुए चल रहे थे।
अधिष्ठाता भगवान सिद्धनाथ महादेव शनिवार 10.30 बजे प्रजा का हाल जानने के लिए निकले। इसके पूर्व तड़के चार बजे मंदिर में भगवान का अभिषेक पूजन हुआ। सुबह 9 बजे गर्भगृह में आरती हुई।
बाजार रहा बंद
सार्वजनिक श्रावण मास समारोह समिति सिद्धनाथ महादेव मंदिर अध्यक्ष नवनीत ने बताया शिवडोला का यह 57 वां वर्ष है। भक्त व भगवान के स्वागत में समूचा शहर शिवमय हो गया है। नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है। समूचा शिवडोला मार्ग भगवा पताकाओं व बैनर.पोस्टर से पटा है।
झाकियों ने मोहा मन
शिवडोला आयोजन में भारत की संस्कृति का अनूठा संगम नजर आया। आठ अलग.अलग राज्यों के कलाकारों ने नृत्यों की प्रस्तुति देकर दर्शकों को भी रोमांचित कर दिया। 27 पौराणिक झांकी, चार अखाड़ा, 10 नृत्य दल, 10 ढोल-ताशा दल, एक नगाड़ा दल, दो भजन मंडली, दो घुड़सवार शामिल रहे। भक्तो के स्वागत के लिये 80 से अधिक स्थानों पर सेवा मंच के माध्यम से शिवभक्तों को होगा भव्य स्वागत।
हर कदम पर लगे थे सेवा स्टॉल
शिवडोले में शामिल शिवभक्तों की सेवा में कदम.कदम पर सेवा स्टाल लगे हुए थे। करीब 80 से अधिक स्थानों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों द्वारा सेवा स्टॉल लगाकर भक्तों को स्वल्पहार और चाय.पानी का वितरण किया गया। उधर, आयोजन को देखते हुए पुलिस और प्रशासन की चाक चौबंद व्यवस्था रही। शिवडोला मार्ग पर चप्पे.चप्पे पर पुलिस जवान और अधिकारी तैनात नजर आए।