चीताखेडा। जहां देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री स्वच्छता को लेकर विभिन्न कार्यक्रम करके आमजन को जागरूक कर रहे है। वहीं चीताखेडा गांव में गन्दगी का ऐसा आलम है की जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। ग्राम पंचायत में कोई भी जवाबदार इस व्यवस्था की सुध लेने के लिए तैयार नहीं है। कचरे के ढेरों से रहवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पढ़ रहा है। कचरा उठाने वाला वाहन भी खानापूर्ति के लिए हफ्ते में एक या दो बार आता है।
जबकि ग्राम पंचायत ने बैठक में हर दुकानदार से तीस रूपये महीना सफाई कर वसूलने का प्रस्ताव पारित किया था। जिसकी ग्राम पंचायत ने वसूली भी प्रारंभ कर दी थी लेकिन ग्राम पंचायत के ढीले रवैए से व्यवस्था बिगड़ी हुई है। गन्दगी की वजह से सुअरों का आंतक भी हो गया है और कचरे से पनपते मच्छरों से मलेरिया और डेंगू जेसी बीमारियों का खतरा बना रहता है।
ग्रामीणों ने कहा कि जब पंचायत के पास सारी व्यवस्था है तो फिर गंदगी क्यों फैली हुई है। पंचायत को शीग्र ही गांव में स्वच्छता अभियान चलाना चाहिए और जहां पर भी कचरे की वजह से नालियां जाम हो गयी है उन्हें भी साफ़ किया जाये।