चित्तौड़गढ़। प्राण प्रतिष्ठित खंडित मूर्तियां, छायाचित्र और पूजा सामग्री को विधिवत मंत्रोच्चार द्वारा भूमि विसर्जन करने का बीड़ा उठाकर आमजन में जन जागृति के लिए अभियान चलाने वाले धर्म रक्षा न्यास का चित्तौड़गढ़ में जन जागरण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ है। जिसके अंतर्गत सभी से इस प्रकार की मूर्तियां और सामग्री विधिवत निस्तारण के लिए ली जाएगी।
धर्म रक्षा न्यास के संस्थापक अभय जीत लदाणा ने यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए सभी संस्थाओं ,सामाजिक संगठनों, मंदिर, महंतों और आम नागरिकों से आह्वान किया है की धर्म रक्षा के इस पुनीत कार्य में अपना सहयोग प्रदान करें।
अभय जीत ने बताया कि प्रायः पूजा, आरती के घी के दीपक धूप - दीप, नैवेद्य और प्राण प्रतिष्ठित खंडित मूर्तियां, छायाचित्र आदि को कचरे के पात्र में डाल देते हैं या पीपल बरगद आदि पेड़ों के नीचे रख दी जाती है, जिससे इनका अपमान होता है और हमें दुष्परिणाम भुगतना पढ़ते हैं। इसलिए इस प्रकार की सामग्री को विधिवत मंत्रोच्चार द्वारा भूमि विसर्जन करने का संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने बताया कि 10 वर्ष से जयपुर से अभियान प्रारंभ किया गया है, जिसे राजस्थान में प्रसारित किया जा रहा है। जयपुर, पुष्कर, अजमेर, ब्यावर आदि स्थानों पर कार्यक्रम के बाद यह यात्रा चित्तौड़गढ़ पहुंची है। उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ में सभी राजनीतिक संगठनों, सामाजिक संगठनों एवं सेवी संस्थाओं तथा मंदिर, महंतों और नागरिकों से आव्हान किया जाएगा कि इस प्रकार की सामग्री विधिवत विसर्जन के लिए न्यास को दी जाए तथा भविष्य में भी इस प्रकार की सामग्रियों का विधि विधान पूर्वक निस्तारण किया जाए।
उन्होंने धर्म रक्षा न्यास के कार्य क्षेत्र के बारे में बताया कि इस कार्यक्रम के अलावा गोपालन और गौ सेवा वृक्षारोपण कार्यक्रम, सर्वधर्म सामूहिक विवाह, निर्धन परिवार की कन्याओं का विवाह, यज्ञ आदि करवाए जाते हैं।
लदाणा ने बताया कि 15 नवंबर से 23 नवंबर तक जयपुर के मानसरोवर स्टेडियम में गौ रक्षा हेतु 108 महायज्ञ का आयोजन किया जाएगा। जिसमें देश विदेश की यज्ञशाला बनाई जाएगी, यज्ञ गौ रक्षा के लिए होगा और इसी के साथ तुलसी महारानी शालिगराम विवाह का भी आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर न्यास के प्रचारक तुलसी राम चौधरी भी मौजूद थे।