शाजापुर। जिले के ग्राम पंचायत खेड़ी मंडल खां जो कि जनपद पंचायत शुजालपुर के अंतर्गत आती है इस ग्राम पंचायत के सचिव श्याम विश्वकर्मा हैं। जो विगत 8 महीने से यहां पदस्थ हैं परंतु 8 महीने में सिर्फ दो बार वह ग्राम पंचायत में आए हैं। ग्राम पंचायत भगवान भरोसे चल रही है। सचिव श्याम विश्वकर्मा के यहां पर नहीं आने के कारण विकास कार्य ठप पड़े हुए हैं। कई कार्य आज भी उनकी बाट जो रहें है। जैसे कि स्कूल विभाग के अंतर्गत आने वाले जितने विद्यालय हैं उनका भी निर्माण कार्य सचिव के नहीं आने के कारण शुरू नहीं हो पाया है। पूरी बरसात में ग्रामीण बहुत परेशान हुए। सचिव के ग्राम पंचायत में नहीं आने के कारण उनकी भी परेशानी हल नहीं हो पाई। सचिव की उपस्थिति नहीं होने के कारण निर्माण कार्यों की टीएस नहीं हो पा रही है जिससे ग्राम पंचायत और ग्राम मंडल खां में निर्माण नहीं हो पा रहे हैं और विकास ठप पड़ा हुआ है।
श्याम विश्वकर्मा जो कि ग्राम पंचायत मंडल खां में सचिव के पद पर पदस्थ हैं लेकिन उनकी रूचि ग्राम पंचायत के कार्यों में बिल्कुल नहीं है उनकी रुचि उनकी स्वयं की कोरियर के काम में रहती हैं, जिसके कारण ग्रामीण जन बहुत परेशान है एवं नवनिर्वाचित सरपंच और यहां के जीआरएस भी बहुत परेशान हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि सचिव अभी तक इस ग्राम पंचायत में दिखे तक नहीं है। कई ग्रामीणों ने तो यहां तक कहा कि ऐसे सचिव से हमारे ग्राम का विकास नहीं हो पाएगा। कुल मिलाकर श्याम विश्वकर्मा कभी ग्राम में नहीं आते हैं ज़ब ऐसे सचिव होंगे तो ग्राम स्वराज का सपना पूरा कैसे होगा। सचिव श्याम विश्वकर्मा के ग्राम पंचायत एवं ग्राम में नहीं आने के कारण ग्रामीणों के हितग्राही मूलक कार्य, संबल योजना के कार्य, समग्र आईडी श्रमिक कार्ड, मृत्यु प्रमाण पत्र आदि के लिए ग्रामीण परेशान होते हैं, निर्माण कार्य ठप पड़े हैं। स्वास्थ्य समिति गठित होना थी सचिव कि अनुपस्थिति के कारण समिति भी गठित नहीं हो पा रही है। वहीं स्वच्छता अभियान का नारा देने वाली सरकार के मंसूबों पर ऐसे सचिव पानी फेर रहे हैं क्योंकि ग्राम पंचायत में पूरे गांव में गंदगी के ढेर लगे हुए हैं। सचिव के नहीं आने के कारण स्वच्छता कार्य नहीं हो पा रहे है। नाली निर्माण वगेरा भी ठप पड़ा हैं। वहीं सचिव कि अनुपस्थिति से मनरेगा में मज़दूरों को भी काम नहीं मिल पा रहा हैं सार्वजनिक एवं हितग्राही मुलक कार्य भी नहीं हो पा रहे है। ग्राम पंचायत के तीनो टैंकर बेकार अवस्था में पड़े हैं।
जब सरपंच के द्वारा सचिव को बताया गया कि हम ग्राम पंचायत की राशि से इन तीनों टैंकरों को सुधरवाले तो सचिव का कहना था कि राशि मत निकालो राशि पड़ी रहेगी तो अपना ब्याज बनेगा। इस मानसिकता के सचिव श्याम विश्वकर्मा से ग्राम पंचायत के विकास की क्या उम्मीद की जा सकती है। शासन के आदेश है कि ग्राम पंचायत भवन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहना चाहिए एवं उसमें ग्राम पंचायत सचिव की उपस्थिति तय हो, उसके बावजूद ग्राम पंचायत सचिव श्याम विश्वकर्मा अपनी ग्राम पंचायत में आज तक उपस्थित नहीं हुए। ताज्जुब इस बात का है कि ये ग्राम पंचायत, जनपद अध्यक्ष का ग्रह ग्राम है।