मंदसौर। इंसान कितना भी बड़ा बन जाए पर संस्कार होना चाहिए। यह बात कलेक्टर गोतमसिंह ने पिपलियामंडी नेचुरल पब्लिक स्कूल में चल रहा 4 दिवसीय राजपूत समाज के बालिका संस्कार शिविर में बोल रहे थे।
कलेक्टर सिंह ने कहा जो लोग अपने माता-पिता की सेवा नही कर सकते वह दूसरों की क्या सेवा करेंगे। समाज मे ऐसे बनो की दुसरो की मदद करने लायक हो जाए। समाज मे हर वर्ग की चिंता करो और दूसरों की मदद करने के लिए पहले खुद को मजबूत होना पड़ेगा और समाज मे ऐसे लोग भी होंगे कि समाज के साथ साथ समाज से बाहर जाकर भी समाज का नाम रोशन करना यह भी एक बहुत बड़ी बात है। खुश व्यक्ति तभी रह सकता है जो दूसरों की मदद कर सकता है। व्यक्ति को चरित्र का ज्ञान होना चाहिए। व्यक्ति की सबसे बड़ी ताकत ज्ञान होती है। प्रशिक्षण में जिला पंचायत सीईओ कुमार सत्यम, राजपूत समाज के जिला अध्यक्ष महेंद्रसिंह फतेहगढ़ मंचासीन थे।
इस अवसर पर भारतसिंह रावले नारायणगढ़, जगजीत सिंह आमलीखेड़ा, राव पृथ्वीराज सिंह वांगरेड़, भगवान सिंह फतेहगढ़, मानसिंह सोनी, सज्जन सिंह नारायणगढ़, समाजसेवी कृष्णपाल सिंह मूंदेड़ी, संदीपसिंह राठौड़, रघुवीर सिंह बंड पिपलीया, जितेन्द्र सिंह भंडारिया, कृष्ण नारायण सिंह, देवेन्द्र सिंह बंड पिपलीया, दयाल सिंह सेंदरा, शम्भूसिंह बादरी, भारत सिंह गोपाल पूरा, हनुमंतसिंह डोराना, दरबार सिंह कुम्हारी, जितेन्द्रसिंह गुडभेली, राजेन्द्रसिंह सूपड़ा, लक्ष्मी कुँवर खारड़ा, बाबुसिंह थडोद, जितेन्द्र सिंह बादरी, दरबार सिंह बरड़िया सहित समाजजन मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन गंगासिंह सजियाली (राजस्थान) तथा आभार गुमानसिंह वरलाई ने माना।