रतलाम। जिले के सिमलावदा के रहने वाले बिहारीलाल पाटीदार उन्नत खेती करने वाले किसानों में अग्रणी है, वे फायदे की उन्नत खेती की मिसाल है। खेती में वे नए-नए प्रयोग करते रहते हैं। बिहारीलाल ने परंपरागत फसलों के अलावा वीएनआर अमरुद, पिंक अमरूद, तरबूज, खरबूज, आदि कई नई-नई फसलों को लेते हुए बेहतरीन मुनाफा अर्जित किया है। यह उनकी मेहनत, कृषि विभाग का मार्गदर्शन और खेती की नई तकनीकों को सीखने की ललक का परिणाम है।
युवा किसान बिहारी लाल पाटीदार ने उन्नत खेती की मिसाल कायम की है वे खेती में नए-नए प्रयोग करने के लिए जाने जाते हैं। हर साल कुछ न कुछ नया करते हैं। अपनी प्रगति शीलता और नवीनता से भरे कार्यों द्वारा बिहारीलाल पाटीदार एक संपन्न कृषक बन चुके हैं। आसपास के किसानों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत हैं। यहां तक कि उनकी खेती को देखने के लिए दूर जिलों से भी किसान आते रहते हैं।
बिहारीलाल पाटीदार ने बीकॉम किया है और नौकरी ढूंढने के बजाय अपने पैतृक खेती के कार्य को संभाला बिहारीलाल खेती में हमेशा नई चीजों को आगे लाते हैं और प्रयोग करने में झिझकते नहीं हैं। बिहारीलाल 6 बीघा में वीएनआर अमरूद और 7 बीघा में पिंक ताईवानी अमरूद की फसल ले रहे हैं। लाखों रुपए मात्र अमरुद बेचकर कमा चुके हैं। पॉलीहाउस में खीरा लगा रखा है हर 30 से 40 दिन में हजारों रुपए का खीरा बेच देते हैं। खेती की नई-नई तकनीकें सीखने के लिए बिहारीलाल इंटरनेट पर भी सक्रिय रहते हैं। रतलाम जिले के लिए एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत रतलामी नमकीन के साथ-साथ लहसुन भी चयनित है। बिहारीलाल ने 10 बीघा भूमि में ऊटी लहसुन लगाई है। अभी हाल ही में उनके द्वारा 60 क्विंटल लहसुन मंडी में बेची गई। इसके पूर्व बिहारीलाल स्ट्रॉबेरी एप्पल बेर भी लगा चुके हैं कट फ्लावर की खेती भी कर चुके हैं तथा अन्य फसलों में भी अग्रणी रहे हैं।अपनी खेती से प्राप्त आय का बिहारीलाल सदुपयोग करते हुए और बेहतर खेती की ओर अग्रसर हुए हैं। अभी उन्होंने अपने खेतों में आधुनिक पाली हाउस बनवाया है जो स्वचालित तरीके से तापमान नियंत्रित करता है, यह करीब 29 लाख रुपए में निर्मित हुआ है। इसके अलावा पैकेजिंग और अन्य क्षेत्रों में भी उनके द्वारा काम किया जा रहा है।