मंदसौर। जिला मंदसौर में अवैध गौवंश के परिवहन के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत अनुराग सुजानिया पुलिस अधीक्षक मंदसौर द्वारा दिये गये निर्देशों के तारतम्य में गौतम सोलकी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंदसौर एवं नरेंद्र सोलंकी एसडीओपी मंदसौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दलौदा संजीव सिंह परिहार व उनकी टीम द्वारा 02 आरोपी को गौवंश तस्करी में पकड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 15 फरवरी 23 को थाना दलौदा पर पदस्थ कार्यवाहक नरेन्द्र मकवाना को मुखबिर से सूचना मिली की नीमच तरफ से एक ट्रक क्रमांक आरजे 09 जी ए 7572 जिसके आगे काँच पर हिन्दी में जय मां जोगणिया और अंग्रेजी में ALL INDIA PERMIT लिखा है जिसके अन्दर अवैध रूप से गाय के कैडो को क्रूरता पूर्वक ठूंस-ठूंस कर भरकर वध हेतु नीमच तरफ से धुलिया महाराष्ट्र तरफ ले जा रहे है। सूचना पर तत्काल टीम गठीत कर महु नीमच हाईवे रोड तहसील कार्यालय के सामने दलौदा पर नाकाबन्दी की तो मंदसौर तरफ से एक ट्रक क्रमांक आरजे 09 जी ए 7572 आता दिखा जिसको पुलिस बल द्वारा रोकने की कोशिश की तो ट्रक वाहन नही रुका जिसका पिछा कर बमुश्किल रोका जो ट्रक का ड्रायवर ट्रक से उतर कर भागने लगा तो पुलिस फोर्स द्वारा दौडकर पकड़ा तथा ड्रायवर के पास वाली सीट पर बैठे एक व्यक्ति को ट्रक से नीचे उतारा तथा नाम पता पूछते उसने अपना नाम विजय पिता किशना बंजारा उम्र 45 साल निवासी निवासी चिनवा थाना निम्बाहेडा जिला चित्तोडगढ का होना बताया तथा क्लिनर साईड मे बैठे व्यक्ति का नाम पुछते अपना नाम मंशी उर्फ बशी पिता मांगलिया बंजारा उम्र 50 साल निवासी बिलासपुर थाना पारोली जिला भीलवाडा राजस्थान का होना बताया। ट्रक को चैक किया तो ट्रक वाहन में गाय के 27 केडों को क्रूरता व निर्दयतापुर्वक ठुंस-ठुंस कर ट्रक में भर रखा था। ट्रक के अंदर मिले गौवंश परिवहन करने के सम्बंध में ड्रायवर विजय से वैध प्रपत्र का पुछते नहीं होना बताया।
आरोपीगणों का उक्त कृत्य धारा 6, 6 (ख)9, व 4, 6, 10 मप्र कृषक मशु परि अधि 1959 व पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 (घ) के अंतर्गत दण्डनीय अपराध होने से आरोपीगण के कब्जे से ट्रक मय 27 केडे के जप्त कर अनुसंधान में लिया गया। बाद मौके पर आरोपीगण विजय व मंशी उर्फ बंशी से अवैध कड़े को सम्बंध में पूछताछ करते बताया कि जगदिश पिता गुड्डू बंजारा निवासी भिलवाड़ा राजस्थान ने कैडे को पाली (राजस्थान) के पास जंगल से उक्त ट्रक वाहन में भरना बताया व जप्त शुदा वाहन को राजसात करने की कार्यवाई की जा रही हैं।