नीमच। भारत विकास परिषद शाखा विवेकानंद नीमच के तत्वावधान में भारत पश्चिमी प्रांत के तत्वावधान में भारतीय संस्कृति को घर घर पहुंचाने एवं व्यक्तित्व विकास एवं चरित्र निर्माण संस्कृति के संस्कारों के प्रति नव जागृति के उद्देश्य से बुधवार 14जून को दोपहर 2 से 5बजे तक विकास नगर स्थित सेवा मंदिर परिसर में तीन दिवसीय सनातन संस्कार शिविर के तृतीय दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। शिविर का शुभारंभ भारत माता एवं स्वामी विवेकानंद के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर अतिथियों द्वारा किया गया। शिविर में 180 से अधिक बच्चों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। समारोह के मुख्य अतिथि समाजसेवी संतोष चोपड़ा ने कहा कि सनातन संस्कृति के संस्कारों ने के विकास को एक नई दिशा प्रदान की। जो अभिनव सौगात है।भारतीय संस्कृति पूरी दुनिया में सबसे अलग है और उत्कृष्ट वैज्ञानिक है। सेवा मंदिर में 30 से अधिक निर्धन असहाय छात्राएं छात्रावास में प्रवास कर अध्ययन प्राप्त कर रही है। सेवा मंदिर भवन में 7 कक्ष स्थापित है सभी विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा प्रदान की जा रही है।सेवा मंदिर में पांचवी उत्तीर्ण प्रतिभावान निर्धन छात्राओं को प्रवेश प्रदान किया जाता है ।यहां परिवार की तरह प्रेम के साथ संस्कार सिखाया जाते हैं 70 विद्यार्थियों का लक्ष्य निर्धारित है। मातृशक्ति इस में जुड़े और प्रयास करें तो यह कार्यक्रम प्रगति के नए सोपान प्राप्त कर सकता है। सभी मिलकर प्रयास करेंगे तो 200 विद्यार्थियों का लक्ष्य पूरा करने का लक्ष्य है। इस अवसर पर समाजसेवी अशफाक बोहरा ने कहा कि बच्चों को इस उम्र में जो अच्छे संस्कार मिलेंगे तो वे जीवन पर्यंत अपने जीवन को विकास की नई दिशा प्रदान करेंगे। समाजसेवी जल सेवक ओम प्रकाश अग्रवाल तेल वाला, डॉक्टर कमलेश पाटीदार, अशोक बागड़ी ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
आध्या पोरवाल ने महिषासुर मर्दिनी पाठ , अवनी आचार्य ने गायत्री मंत्र ,गुरु मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र एवं शांति पाठ तथा गणेश मंत्र कुंजल सिंहल ने प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में बच्चों को योग प्रशिक्षक श्वेता जोशी द्वारा गोविंद बोलो हरि पहले बोलो राधा रमण हरि गोपाल बोलो आदि सनातन संस्कृति के प्राचीन योग से जुड़े भजनों पर आधारित विभिन्न नृत्य योग व्यायाम सिखाया गया।इस अवसर पर प्रांजलि अरोंदेकर ने वंदे मातरम गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम शिविर शुभारंभ समारोह में सेवा भारती प्रमुख जल सेवक ओमप्रकाश अग्रवाल तेल वाले,भारत विकास परिषद शाखा विवेकानंद महिला प्रकोष्ठ प्रमुख प्रियंका रांगणेकर, शिविर संयोजिका गुंजन दरक, मीणा मनावत, डॉक्टर कमलेश पाटीदार, समाजसेवी संतोष चोपड़ा, अशोक बागड़ी , समाजसेवी कांट्रेक्टर अशफाक भाई बोहरा, , आदि गणमान्य मंचासीन अतिथियों ने भी विचार व्यक्ति किए।
इसी प्रकार समारोह में महिला प्रकोष्ठ प्रमुखश्रीमती प्रियंका रंगनेकर, मनीष विजयवर्गीय ,ललित राठी, कन्हैया सिंहल आदि मंचासीन गणमान्य लोगों ने भी विचार व्यक्त किए।
शिविर में महिला प्रकोष्ठ प्रमुख प्रियंका रांगनेकर ने कहा कि सनातन संस्कृति के अनुसार बच्चे सत्य और निष्ठा के साथ राष्ट्रभक्ति का भाव भी सीखते हैं। कार्यक्रम में भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा महिला प्रकोष्ठ प्रमुख प्रियंका रांगणेकर,शिविर संयोजक मीना मनावत, गुंजन दरक, शिविर सह संयोजिका विष्णुकांता विजयवर्गीय , संध्या राठी,ज्योति मारू, डिंपल पोरवाल, शिविर सहयोगी अलका विजयवर्गीय , सुरभी सिंहल, पिंकी गर्ग, लक्ष्मी विजयवर्गीय ,पुष्पा दानगढ़, ज्योति बाहेती टीना गट्टानी, प्रविशा गट्टानी, रेखा पाटीदार ,अलका विजयवर्गीय, ममता विजयवर्गीय, भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा अध्यक्ष मनीष विजयवर्गीय सचिव ललित राठी, कोषाध्यक्ष कन्हैया सिंहल आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। निःशुल्क प्रशिक्षण शिविर में दीपक बट्ट द्वारा पेंटिंग ,श्वेता जोशी, द्वारा योग , नम्रता रांगनेकर द्वारा मेहंदी, विनीता मालवीय द्वारा ,आर्ट क्राफ्ट, सेल्फ मेकप हिना बदलानी द्वारा विधिवत तकनीकी प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इसके साथ ही शिविर प्रशिक्षण शिविर समापन समारोह मेंआशीष दरक मुंबई द्वारा निःशुल्क वास्तु कला कुंडली विवेचन सामान्य चर्चा एवं समाधान उपाय बताएं। कार्यक्रम का संचालन मीना मनावत, सुरभि सिंहल, गुंजन दरक ,द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। तथा आभार दिनेश मनावत ने व्यक्त किया।
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