मन्दसौर। जिले के इतिहास में 23 जुलाई काला दिवस के रूप में मनाया जाता हैं समाज सेवी सुनील बंसल ने बताया कि कुछ वर्षाे पूर्व 23 जुलाई को भगवान पशुपतिनाथ जी मन्दिर में ड्यूटी करने वाले रमेश शर्मा नामक पुलिस कर्मी ने 23 जुलाई 1983 को दिन दहाड़े मन्दसौर मण्डी गेट से लेकर घंटाघर तक करीब 1 किमी के दायरे में अपनी सर्विस रायफल से अंधाधुन फायरिंग करने लगा बीच रास्ते में जो भी आया उसे मौत के घाट उतार दिया उस समय करीब 26 लोग गोली लगने से घायल हुए थे और 14 निर्दाेष लोगों ने इस भीषण गोली बारी में अपनी जान गवाना पड़ी। इस वारदात में 14 मृतक लोगों कि नगर पालिका परिषद द्वारा स्मृति भवन बनाया गया था स्मारक बनाया गया था जिस के ऊपर सभी लोगों के नाम तारीख पूरा घटनाक्रम अंकित किया हुआ था मगर मौजूदा नगर पालिका अध्यक्ष और पार्षदो की मिली भगत ने शहीद स्मारक तोड़कर उसकी जगह एक भवन निर्माण किया जा रहा हैं मन्दसौर शहर में शहीदों कि यह स्थति है तो बाकी शहर की स्थिति क्या होगी इससे अनुमान लगाया जा सकता हैं समाज सेवी सुनील बंसल ने नगर पालिका परिषद भ्रष्ट सीएमओ और कर्मचारियों अध्यक्ष पार्षद गण पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर ऐसी स्थिति चलती रही तो आने वाले समय में मंदसौर का अस्तित्व खत्म हो जायेगा आने वाली पीढ़ी के लिए कुछ नहीं बचेगा मैं विधायक ,सांसद से अनुरोध करता हूं कि इस शाहिद स्मारक को अपनी निधि द्वारा फिर से नवनिर्मित कराया जाए कल 23 जुलाई है और हमारे द्वारा यह पर आकर श्रद्धासुमन अर्पित करेंगे।