पोरसा। गरीब व हितग्राहियों को शासन से मिलने वाली सुविधाएं मुहैया नहीं हो पाती। शासन भले ही कितने ही प्रयास करे, लेकिन कर्मचारी इन योजनाओं को पलीता लगा ही देते हैं, ऐसा ही मामला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोरसा का हैं, जहां डाक्टर को ओपीडी में दिखाने वाले निशुल्क पर्चे के एवज में मरीजों से पांच-दस रुपये काउंटर पर बैठे कर्मचारी वसूल कर रहे है। जबकि पर्चे तक पर निशुल्क लिखा हुआ है। जबकि यह पर्चे गरीबी रेखा, आयुष्मान कार्ड व अन्य योजनाओं के हितग्राहियों के लिए निशुल्क रखे गए है। इस तरह से हर दिन दर्जनों मरीजों से पैसे वसूले जाते है। संभवतः इन पैसों को भी कर्मचारी जेब में ही रखते हैं।
उल्लेखनीय है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोरसा में दो तरह के बाह्य रोगी पर्चे बनते है। जिसमें एक सफेद रंग के पर्चे पर रोगी कल्याण समिति की ओर से पांच रुपये शुल्क रखी गई है। इसी तरह एक हल्के हरे रंग का पर्चा बनाया जाता है, जो योजनाओं के अधीन आने वाले हितग्राहियों के लिए निशुल्क रखा जाता है। इस पर्चे पर निशुल्क लिखा भी है।
अस्पताल में इसी निशुल्क पर्चे के एवज में हर दिन सफेद पर्चे की तरह
ही पांच दस रुपये मरीजों से वसूले जाते है। मरीज भी बाह्य रोगी पर्चे की तरह इस हरे रंग के पर्चे के लिए भी पांच दस रुपये अदा कर देता है। अब स्थिति यह है कि यहां लगभग हर दिन कम से कम 1 सैंकड़ा इस तरह के पर्चे बनते हैं। जिसमें हर पर्चे पर पांच दस रुपये अवैध तरीके से कर्मचारी लेते हैं। इस तरह हर दिन लगभग 500 रुपये के करीब यह कर्मचारी अवैध तरीके से वसूल कर रहे है। जिनका कोई हिसाब भी नहीं देना पड़ता है।
रोगी कल्याण समिति में महज सफेद पर्चे के ही पैसों का जमा किया जाता है। पांच रुपये एक पर्चे पर कीमत होने से मरीज भी बहुत ज्यादा विरोध नहीं करते। जब कर्मचारी से कुछ लोगों ने पांच रुपये इस निशुल्क पर्चे के लेने के बारे में पूछा तो स्पष्ट कह दिया कि यहां इसी तरह पैसे लगते हैं। इस तरह सभी मरीजों से यह पैसे काउंटर पर बैठा कर्मचारी वसूल करने में जुटा हुआ था।
सीएचएमओ ने दोषी पाए जानें पर वेतन वृद्धि रोकने की बात कही
मामले में मुरैना सीएचएमओ डॉ राकेश शर्मा ने टीम गठित कर दी है वहीं डॉ राकेश शर्मा का कहना है कि उन्होंने पोरसा बीएमओ को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है अगर मामले में वह दोषी पाए जाते है तो वेतन वृद्धि रोकने की कार्यवाही की जावेगी।कलेक्टर ने बुलाई बैठक; जांच कर कठोर कार्यवाही के निर्देश दिए मुरैना कलेक्टर अंकित अस्थाना ने मामले में पोरसा चिकित्सकों की बैठक बुलाई है वहीं सीएचएमओ मुरैना को मामले में जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।