चीताखेडा। एक तरफ जहां हमारे जनप्रतिनिधि और सरकार गांवों में विकास के ढोल पीट रहे हैं वहीं विकास के दावों के इतर नीमच विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत चीताखेड़ा के रहवासी मूलभूत सुविधाओं के अभाव में अपनी जिंदगी बसर कर रहे है। विकास को तरसते और समस्याओं से त्रस्त नागरिक आज ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचे। आक्रोशित होकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान उपसरपंच और पंच भी मौजूद रहे।
उपस्थित लोगों ने बताया कि 20 पंचों वाली ग्राम पंचायत चीताखेड़ा असल में दलगत राजनीति का शिकार है। विकास के नारे यहां पर खोखले साबित हो रहे हैं। इतनी बड़ी ग्राम पंचायत में पिछले 6 माह से कचरा वाहन नहीं है। गंदगी के कारण जनता जनार्दन नारकीय जीवन जीने को मजबूर है। सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है। बदबू और मच्छरों के कारण लोगों का बुरा हाल है। बिमारियां फैल रही है। गांव में सड़के खस्ता हाल है। पेयजल संकट से ग्रामीण दो चार हो रहे हैं। ग्राम पंचायत में सचिव कभी समय पर उपलब्ध नहीं होते हैं। अपनी परेशानियों को लेकर ग्रामीणों ने सीएम हेल्पलाइन 181 पर दर्जनों बार शिकायत की। लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। निर्माण समिति बनाई गई, उसका कोई औचित्य नहीं है। पंचो के सलाह मशविरा के बिना सारे कार्य हो रहे हैं। कोई छोटा-मोटा विकास कार्य होता भी है तो उसमें पक्षपात किया जाता है। हर कार्य को राजनैतिक दृष्टिकोण से अंजाम दिया जाता है।