रतलाम। जिला जहां अपने क्षेत्र के उत्पादनों की शुद्वता व गुणवत्ताओं के लिए देश ही नहीं विश्वभर में मशहूर है। रतलाम जिले की सेव साड़ी और सोना अपनी शुद्धता और गुणवत्ता के लिये विश्व भर में प्रसिद्ध हो चुका है। यह जिले की उपलब्धि ही है कि देश ही नहीं दुनिया भर में रतलाम अपनी गुणवत्ता व शुद्धता के बल पर अपना लोहा मनवा चुका है। वर्षों की मेहनत ने जिले को साड़ी, सोने और सेव में ख्याति दिलवाई है।
वहीं दूसरी ओर बिना मेहनत किये रतलाम जिले की जावरा अनुविभाग क्षेत्र के ग्राम बागाखेड़ा, ढोढर, परवलिया, माननखेड़ा और चिकलाना के डेरो में खुले रूप से संचालित हो रहा देह व्यापार ने ओर यहां पर देह व्यापार कर रही बालाओं ने भी देश ही नही दुनिया भर में रतलाम जिले का नाम बदनाम कर दिया है और जिले के नाम सहित सोशल मीडिया के इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे कई प्लेटफार्म पर रिल्स, स्टेटस और स्टोरी के माध्यम से खुले रूप में स्वयं को परोसा भी जा रहा है, जिसमे कई वेश्यावृत्ति करने वाली बालाओं ने अपने नाम की आईडी बनाकर, जिले तथा गांव का उल्लेख कर ग्राहकों को अपने पास आने का न्योता भी देते हुवे देखा जा सकता है। जिले में कुल रूप से चल रहा देह व्यापार रतलाम जिले के खूबसूरत चेहरे पर काले दाग के समान प्रतीत होता है।
क्षेत्र में वेश्यावृत्ति कर रही बालाओं के निमंत्रण के चलते इन क्षेत्रों में दूरदराज ओर बड़े महानगरों के मनचले युवाओ का भी आना जाना लगातार देख सकते हैं, पुलिस प्रशासन का अपने निजी लाभ के कारण सख्ती से इस अनैतिक देह व्यापार पर अंकुश नहीं लगाना भी इनक्षेत्रो में बढ़ रहे अपराधों में सहायक सिद्ध हो रही है, इस अनैतिक देह व्यापार का दंश रतलाम जिले के खूबसूरत चेहरे पर काले दाग के समान प्रतीत होता है। इसी का प्रतिफल है कि जिस प्रकार से साड़ी सोने ओर सेव में रतलाम जिला मशहूर ओर ख्याति प्राप्त है, तो रतलाम जिले के चेहरे का अमिट कलंक वेश्यावृत्ति थी धीरे-धीरे समूचे हिंदुस्तान में रतलाम जिले का नाम बदनाम कर रहा है।
यह वेश्यावृत्ति कोई मजबूरी के कारण नहीं की जा रही है यह भी स्पष्ट रूप से अंदाजा लगाया जा सकता है की परवलिया, ढोढर, मानन खेड़ा व बागाखेड़ा के डेरो में आप देखेंगे कि देह व्यापार करने वाले परिवारों के साथ ही देह व्यापार करवाने वाले दलालों के भी भव्य आलीशान मकान बंगले, चार पहिया वाहन से लेकर उच्च स्तरीय जीवन जीने का हर साधन व सुविधा सेब परिपूर्ण है। देह व्यापार की मोटी कमाई से लगभग समस्त परिवार धनवान और संपन्न हो चुके हैं। साथ ही इन्हीं ढेरो में अवैध शराब बिक्री के साथ ही अच्छे प्रतिष्ठित और शौकीन लोगों को इश्क मोहब्बत में फसाने का काम भी बदस्तूर जारी रहता है।
इसका ताजा उदाहरण कुछ समय पूर्व रतलाम के रेलवे जूनियर इंजीनियर की हत्या के रूप में सामने आया है। इनके अलावा भी इन क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री ,हत्या ,हत्या का प्रयास, लूट,जैसे कई अपराध भी लगातार घटित होते रहते है। संविधान में अनैतिक देह व्यापार को रोकने के लिए और उस पर अंकुश लगाने के लिए धाराएं भी बनाई गई है, परन्तु कार्यवाही के नाम पर केवल औपचारिकता मात्र ही, सुनने में आता है , कमाल तो यह है कि, पुलिस चौकी के कुछ ही दूरी पर देहव्यापार करने वाले परिवारों ने बदस्तूर अपना व्यापार खोल रखे हैं, और उन मकानों मे खुले रूप से मुख्यमार्ग पर अनैतिक देह व्यापार भी पुलिस चौकी के सामने चल रहा है,लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा कोई सख़्त कार्यवाही नही करने से इस क्षेत्र में किसी को भी कोई भय या डर नही है इस मार्ग से यात्रा करने वाले सामाजिक व धार्मिक परिवार जन भी जब इस क्षेत्र से गुजरते हैं तो इधर-उधर बगल झांकते सकुचाते शरमाते हुए नजर आते हैं अब देखना यह है कि क्या मध्यप्रदेश के र्ह्दयरूपी क्षेत्र रतलाम जिले पर लगॉ यह अमिट कलंक यह दाग शासन प्रशासन या कोई सरकार मिटाती है या नतीजा अब भी वही ढांक के तीन पात ही रहता है।