नीमच। जिला अस्पताल में खून चढ़ाने के लिए आई गर्भवती महिला डॉक्टर की पर्ची के अभाव में 5 घंटे तक भटकती रही। मरीजों की परेशानी का फिर एक उदाहरण डॉक्टर की गैर मौजूदगी बनी है।
दरअसल नीमच जिले के बोरखेड़ी पानेड़ी नीलकंठ पुरा की महिला सपना खारोल को आशा कार्यकर्ता गायत्री खारोल ब्लड चढ़वाने के लिए नीमच के जिला चिकित्सालय लेकर आई थी। गर्भवती सपना खारोल के शरीर में मात्र 6 ग्राम ब्लड है। उसे खून की सख्त आवश्यकता है। लेकिन सुबह 10 बजे से दोपहर तक डॉक्टर के ना होने के कारण उसे ब्लड की पर्ची नहीं मिल पाई। जिस कारण उसे ब्लड नहीं मिल पाया। आशा कार्यकर्ता गायत्री खारोल और स्वयं सपना ने बताया कि हम सुबह से भूखे प्यासे बैठे रहे। एक्सचेंज के लिए ब्लड डोनेट करने वाले भी घंटों से इंतजार करते रहे। स्टाफ का कहना था कि डॉक्टर ब्लड की पर्ची लिखेंगे तब काम हो पाएगा। आशा कार्यकर्ता गायत्री खारोल ने कहा कि ऐसे मामलों में कोई घटना दुर्घटना हो जाती है तो आशा कार्यकर्ताओं को दोषी ठहराया जाता है।