नीमच। पिछले दिनों नीमच जिले के मनासा थाना अंतर्गत गांव हाड़ी पीपलिया में बाछड़ा समुदाय की महिला द्वारा पिता की संपत्ति में अधिकार मांगने पर परिजनों ने सामाजिक परम्परा के अनुसार मुर्गे की गर्दन काट कर महिला को समाज से बहिष्कृत कर दिया था। अब बांछड़ा समुदाय के पीड़ित परिवार ने जनसुनवाई पहुंचकर इस परंपरा का विरोध किया है।
परिवार ने कलेक्टर को आज आवेदन देकर समाज में स्थान दिलाने और आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है। मांगी, रामकन्या व सपना पिता प्रभुलाल बाछड़ा ने बताया की हमारे परिवार द्वारा वर्षों से सामाजिक कुप्रथाओं के नाम पर अन्याय किया जा रहा है। हमारा विवाह नहीं कराया गया और हमें जबरन वेश्यावृत्ति में धकेला गया। हमें पिता की संपत्ति में से भी हक नहीं दिया जा रहा है। जब हमारे द्वारा इस अन्याय का कानूनी तौर पर विरोध किया गया तो हमारे परिवार और उनके पुत्रों ने सामाजिक बहिष्कार का तरीका अपनाया और मुर्गा काटकर पशु क्रूरता करते हुए हमें व हमारे परिवार को सामाजिक स्तर पर बहिष्कृत कर दिया। विपक्षी सत्तू,गोरधन, पप्पू,विकास,श्रीराम, पिंकेश,अंकुश आदि बाछड़ा ने मुर्गा काट उसका वीडियो बनाकर सार्वजनिक रूप से प्रसारित किया। पीड़ित पक्ष का कहना है कि हमारे मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है।हमें डरा धमका कर मारने की धमकी दी जा रही है।आवेदन में मांग की गई है कि सामाजिक बहिष्कार की प्रथा पर तत्काल रोक लगाई जाए,आरोपियो के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। मुर्गे की हत्या और उसका वीडियो प्रसारित के मामले में एफआईआर दर्ज की जाए। पिता की संपत्ति में अधिकार दिलाया जाए और परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जाए।