छिंदवाड़ा। शहर के परासिया रोड स्थित यूरिया वितरण केंद्र पर सोमवार सुबह हंगामे की स्थिति बन गई। हजारों की संख्या में किसान यूरिया लेने पहुंचे और अव्यवस्था के कारण आक्रोशित होकर सड़क पर बैठ गए। किसानों ने चक्काजाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। तीन दिन की छुट्टी के बाद यूरिया वितरण शुरू होते ही भीड़ उमड़ पड़ी थी।
अव्यवस्था से गुस्साए किसान ने किया चक्काजाम
सुबह से ही केंद्र पर लंबी कतारें लग गई थीं, लेकिन काउंटरों की कम संख्या और खराब व्यवस्था के कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बढ़ती भीड़ और अव्यवस्था के चलते किसानों का धैर्य जवाब दे गया और उन्होंने परासिया रोड पर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस बल तैनात, वज्र वाहन भी बुलाया
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस और प्रशासन अलर्ट हो गया। तीनों थानों का बल मौके पर पहुंचा और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वज्र वाहन भी बुलाया गया। एसडीएम सुधीर जैन किसानों से बात करने पहुंचे, लेकिन जब बात नहीं बनी तो एडीएम धीरेंद्र सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि अतिरिक्त काउंटर खोले जाएंगे और व्यवस्था सुधारी जाएगी। आदेश मिलते ही अतिरिक्त काउंटर शुरू किए गए और धीरे-धीरे जाम समाप्त कराया गया।
कांग्रेस नेताओं ने आंदोलन को दिया समर्थन
किसानों के प्रदर्शन की सूचना मिलते ही कांग्रेस नेताओं ने मौके पर पहुंचकर आंदोलन को समर्थन दिया। परासिया विधायक सोहन वाल्मीकि, नगरपालिका अध्यक्ष सोनू मांगू, जिला कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ ओके, और नगर अध्यक्ष पप्पू यादव सहित अन्य नेताओं ने किसानों से मुलाकात की और उनकी मांगों को उचित बताते हुए प्रशासन से व्यवस्था में सुधार की मांग की।
पुलिसकर्मी से विवाद के बाद भड़के किसान
यूरिया वितरण के दौरान ड्यूटी पर तैनात एक पुलिसकर्मी ने किसानों से अभद्रता कर दी। इस पर किसान उग्र हो गए और हंगामा मच गया। आक्रोशित किसान पुलिसकर्मी को मारने पर उतारू हो गए, लेकिन स्थानीय पुलिसकर्मियों ने स्थिति संभालते हुए विवादित पुलिसकर्मी को मौके से हटा दिया। इसके बाद हालात काबू में आए।
जाम से आमजन भी हुए परेशान
किसानों के प्रदर्शन और चक्काजाम के कारण आम लोगों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई घंटे तक यातायात बाधित रहा। हालांकि देर शाम प्रशासन और पुलिस की सक्रियता से स्थिति सामान्य हो सकी।
एडीएम धीरेंद्र सिंह ने बताया- किसानों की भारी संख्या को देखते हुए काउंटर की संख्या बढ़ा दी गई है। अब वितरण व्यवस्थित हो चुका है और सभी को समय पर यूरिया उपलब्ध कराया जा रहा है।