मनासा। ग्राम पंचायत भैरपुरा सरपंच एवं सचिव द्वारा मनमानीपूर्वक भेरपुरा पंचायत का भवन भेरपुरा गांव से अन्यत्र निर्माण करने के विरोध मे जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मनीष पोरवाल मालाहेड़ा ने आदिवासी समाज के सैकड़ो ग्रामीणो को साथ लेकर गांववासियों की प्रमुख मांग को लेकर एसडीएम कार्यालय पहुचकर एसडीएम किरण आंजना को ज्ञापन सोपते हुये मांग की ,,की जो पंचायत भवन गलत तरीके से बनाया जा रहा है उसे तुरंत रुकवाया जावे व भेरपुरा में पंचायत भवन बनाया जावे की मांग की मांग पर तीन दिवस में यदि कोई कार्यवाही नही हुई तो उसके बाद धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी गई।
ज्ञापन मे कही गई बात हम सभी ग्रामवासी ग्राम भेरपुरा के होकर निवेदन करते है कि यह कि, ग्राम पंचायत मेरपुरा के पंचायत भवन का निर्माण करने के लिप्ये म.प्र. शासन द्वारा निर्माण राशि रूपयें 37,49000/- सैतीस लाख उनपचास हजार रूपये स्वीकृत किये जिससे ग्राम भेरपुरा में नवीन पंचायत भवन का निर्माण किया जाना था लेकिन ग्राम पंचायत सरपंच एवं संचिव ने सांठगांठ कर उक्त भवन भेरपुरा में बनाने के स्थान पर सुंडी ग्राम में बजाने का मनमाना निर्णय लिवा है जिसका हम सभी ग्रामवासी, जिला पंचायत के सदस्य प्रतिनिधि श मनीष पोरवाल मालाहेड़ा के नेतृत्व में विरोध करते हैं।
यह कि, ग्राम पंचायत सरपंच एवं संचित द्वारा जिस गाव में पंचायत अवन का निर्माण किया जा रहा है उस गाव का राजस्व रिकार्ड में एक गांव के रूप में कोई अस्तित्व नही है। बावजूद इसके सरपंच और सचिव मनमाने ढंग से जबरन भेरपुरा पंचातय भवन का निर्माण सुडी में करने पर आमादा है।
यह कि हम सभी निवासियों द्वारा सरपंच एवं सचिव द्वारा किये जा रहे मनमाने निर्णय के खिलाफ सभी विभागों में अपना विरोध दर्ज करवाया लेकिन उसके बाद भी प्रशासन द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई इस कारण यह ज्ञापन सौंपकर हम सभी ग्रामवासी अंतिम बार विनम्र निवेदन कर रहे है कि, यदि तीन दिवस के भीतर निर्माण कार्य को रोककर पंचायत भवन को भेरपुरा में नहीं बनाया गया तो हम सभी आदिवासी जनजाति वर्ग के भेरपुरा निवासी क्रमिक भुख हड़ताल और उसके बाद आमरण अनशन करने को विवश होगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की रहेगी।
साथ कि, एक और शासन आदिवासी वर्ग के उत्थान के लिये नई नई योजनाओं की घोषणाएं करता है और उस पर अगल करने के लिये प्रशासन कार्य करता है वही दूसरी ओर आदिवासी जनजाति वर्ग के लोगों के गांव भेरपुर में पंचायत भवन बनाने के बजाय ऐसे गांव में पंचायत भवन का निर्माण कर रहा है जिसका राजस्व रिकार्ड में कोई अस्तित्व ही नहीं है। इस प्रकार ग्राम पंचायत सरपंच सचिव आदिवासी वर्ग का शोषण कर रहे है और प्रशासन भी आदिवासी जनजाति और शोषित वर्ग के खिलाफ सरपंच सचिव का खुलकर साथ दे रहे है जो निदनीय व शर्मनाक है।
अतः हम सभी यह ज्ञापन पत्र आज सोमवार को आपको सौंपकर निवेदन करते हैं कि तीन दिवस के भीतर यदि पंचायत भवन का निर्माण रोककर भेरपुरा गांव में पंचायत भवन का निर्माण प्रारंभ नहीं किया गया तो हमसभी ग्रामवासी क्रमिक शुख हड़ताल व आमरण अनशन करने को विवश होंगे जिसकी रामस्त जिम्मेदारी प्रशासन की रहेगी।
ज्ञापन का वाचन कांग्रेस नेता मंगल पाटीदार के द्वारा किया इस दौरान बड़ी संख्या मे गांव के महिला पुरुष उपस्थित थे।