चित्तौड़गढ़। श्री कालभैरव जन्मोत्सव के अवसर पर बोजुन्दा पॉलिटेक्निक कॉलेज में स्थित श्री कालभैरव (श्री काला जी बावजी) देव स्थल पर बुधवार को हवन पूजन अनुष्ठान महाआरती व शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। दिन भर धार्मिक आयोजन में भक्तों की आवाजाही लगी रही।
यह जानकारी देते हुए भोपाजी बाबूलाल जी जटिया, सतखंडा ने बताया कि श्री कालभैरव जन्मोत्सव के अवसर पर बोजुन्दा पॉलिटेक्निक कॉलेज में स्थित श्री कालभैरव (श्री काला जी बावजी) देव स्थल पर बुधवार को प्रातः हवन, पूजन, अनुष्ठान के बाद महाआरती आयोजन हुए। हवन पूर्णाहुति के पश्चात महा आरती की गई, माता जी व काल भैरव जी की महा आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने लाभ लिया।
दोपहर में नीरजामोदी स्कूल से भव्य शोभायात्रा प्रारंभ हुई जो प्रमुख मार्गों से होकर पॉलिटेक्निक कॉलेज होते हुए पुनः काला बावजी स्थल पर पहुंची। शोभायात्रा में महिलाएं कलश धारण कर चल रही थी। जबकि श्रद्धालु जयकारा लगाते हुए डीजे की धुन पर नाचते गाते चल रहे थे, यात्रा का जगह जगह स्वागत किया गया।
श्री भैरव जन्मोत्सव के इस आयोजन में जिले सहित सुदूर क्षेत्रों व अन्य राज्यों से भी श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
सायंकाल 4.00 बजे महाप्रसाद प्रारंभ हुआ इसी के साथ रात्रि 8 बजे से निंबाहेड़ा वाले शंकर सिंह लक्खा की भजन संध्या आयोजन है।
उल्लेखनीय है कि पॉलिटेक्निक कॉलेज में स्थित श्री काला बावजी (काल भैरव जी) अति प्राचीन और चमत्कारिक देवस्थल है। यहां प्रत्येक शनिवार को बावजी की गादी लगती है, और माह की प्रत्येक अष्टमी को श्री कालिका माता जी की गादी लगती है।
उल्लेखनीय है कि अति प्राचीन इस धर्म स्थल पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का वर्ष भर आवागमन रहता है।
मान्यता है कि यहां श्रद्धालुओं की हर मनोकामना पूरी होती है, और दैहिक, दैविक, भौतिक कष्टों से मुक्ति भी मिलती है।
यहां आने वाले श्रद्धालुओं ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के आसपास ही नहीं, बल्कि राजस्थान सहित मुंबई, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों से यहां श्रद्धालु आते हैं और अपनी मनोकामना की पूर्ति पर धन्य होते हैं।