नीमच। गांव कित्तुखेड़ी निवासी अश्विनी सुथार पिता दिनेश सुथार अपने गांव से बिसलवास कलां सामाजिक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहा था। तभी रास्ते में युवक का पर्स गिर गया। जिसमें जरुरी कागजात के साथ 6500 रूपये रखे हुए थे।
उक्त पर्स अशोक नागदा पिता रमेश नागदा निवासी घसूंडी को बिसलवास के रास्ते में मिला। पर्स को खोलकर देखने पर उसमे आधार कार्ड सहित 6500 रुपये रखे हुए थे। कागजातों में कहीं भी अश्विनी का या अन्य का मोबाइल नम्बर नहीं था। आधार कार्ड पर लिखे नाम से अशोक नागदा ने सुथार समाज के परिचितों को फोन लगाया जिसके बाद केशरपुरा से अश्विनी के मोबाइल नम्बर मिले।
अशोक नागदा ने ईमानदारी की मिसाल देते हुए अश्विनी को फोन लगाकर पर्स के बारे में बताया और बुलाकर मय नकदी 6500 रूपये सहित पर्स को लौटाया। अश्विनी ने अशोक नागदा का धन्यवाद देते हुए कहा कि ईमानदारी आज भी जिन्दा है।