नीमच। शहर की कृषि उपज मंडी में इन दिनों इशारों की बोली का खेल चल रहा है। व्यापारी अपने फायदे के लिए किसानों को ठग रहे हैं। वे बोली के दौरान आपस में मिलकर इशारों-इशारों में उपज के दाम बढ़ाते व गिराते नजर आते हैं। ऐसी ही एक शिकायत पुलिस तक पहुंची है।
शिकायतकर्ता मणीभद्र ट्रेडिंग कंपनी के आशीष मेहता ने बताया कि शुक्रवार को मंडी में एक किसान अपनी उपज लेकर पहुंचा था। उसके ढेर पर रामेश्वर आईल मील और रामकिशन एंड संस के व्यापारी बोली लगा रहे थे। 4600-5500 बोली चल रही थी। इसी दौरान बीच ऋषि डायरेक्टर उतरा और 5555 रूपये की नीलामी पक्की की। इस बीच व्यापारी रामेश्वर जी का पैर पीछे फंसा हुआ था और इशारा हो गया था। वहीं तीसरा व्यापारी गोपाल चंडक जो वहां खड़ा था उसने बोली को कंफर्म करते हुए पक्का किया। इसके बाद नीलामकर्मी ने रामेश्वर आईल मील का नाम खोला तो रामेश्वर आईल मील नीलाम की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मना कर देता है कि यह बोली मेरी नहीं है और उस ढेर पर किसान से दोबारा बोली लगवाता है और 4600 रूपये में वह ढेर तीन करवा लेते हैं। जिस पर विवाद खड़ा होता है। हमारे मुंगफली व्यापारी संघ में ये नियम है कि एक बार जो बोली लग जाती है वह वापस नहीं होती है। किसान के हित की बात है। उन्होंने किसान की हित की बात को छेड़ते हुए उन्होंने विवाद किया। आज जब सुबह से ये चर्चा चली तो रामेश्वर जी और उनके नाती ने मुझे व मेरे मुनिम हर्षित को गाली-गलौच करते की और जातिसूचक शब्द कहते हुए मारपीट के लिए दौड़े। इस पर मैंने आज बघाना थाने पहुंचकर सूचना दी है। वहीं इस मामले में मंडी सचिव से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।
नीमच की मंडी में आढ़त प्रथा भी जारी-
वहीं किसानों ने बताया कि नीमच मंडी में प्रतिबंध के बावजूद आज भी आढ़त प्रथा जारी है। व्यापारी आढ़त प्रथा की आड़ में दूर-दराज से आने वाले किसानों को ठग रहे हैं। मंडी प्रशासन को भी इसकी जानकारी है। बावजूद अब तक इन आढ़तियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। जिम्मेदारों की अनदेखी पर यहां प्रतिदिन अन्नदाता को ठगा जा रहा है।