चित्तौड़गढ़ । सरकार द्वारा अन्नदाता किसान की नीलाम व कूर्क की गई जमीनों को पुनः लौटाने का मामला चित्तौड़गढ़ विधायक चंद्रभान सिंह आक्या ने विधानसभा में तारांकित प्रश्न के माध्यम से उठाया।
मीडिया प्रभारी मनोज पारीक ने बताया कि विधायक आक्या ने बुधवार को प्रश्नकाल के दौरान चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र के 31 किसानों के कर्ज बकाया होने पर उनकी जमीनों की नीलामी को लेकर सवाल उठाते हुए पूछा कि जिन 31 किसानों की जमीने नीलाम हुई है और जिन किसानों की जमीने कर्ज बकाया होने से कुर्क हुई, क्या सरकार उनकी जमीन वापस लौटाने का विचार रखती हैं ? यदि हां तो किसानो को जमीने कब तक लौटाई जाएगी और यदि नही लौटाना चाहती हैं तो सरकार इसका जवाब प्रस्तुत करे। इस पर आयोजना मंत्री ममता भूपेश के जवाब पर विधायक आक्या ने सरकार से पुछा की राष्ट्रीयकृत बैंक, शिडयूल्ड तथा आरआरबी से जुडे किसानों के ऋण बकाया चल रहे हैं क्या उनका कर्जा सरकार माफ करना चाहती है या नहीं और अगर नही तो वर्तमान में कर्जमाफी के इंतजार में जिन किसानो की जमीन कुर्की या नीलामी की प्रक्रिया में है क्या उनको सरकार सरंक्षण देने का विचार रखती है?
विधानसभा कार्यवाही के दौरान प्रश्न पूछने पर विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी से विधायक चंद्रभान सिंह आक्या की बहस हो गईं। विधायक आक्या किसानो की कर्ज माफी को लेकर सरकार की नीयत सदन के माध्यम से जनता के सामने लाना चाहते थे पर विधान सभा अध्यक्ष ने उनको अनुमति नहीं दी और इसी बात पर विधायक आक्या और विधानसभा अध्यक्ष मे जोरदार बहस हो गई।