दलौदा। मप्र शासन के आदेशानुसार प्रदेश में चल रहे नशा मुक्ति अभियान के तहत अनुराग सुजानिया पुलिस अधीक्षक मंदसौर द्वारा दिये गये निर्देशों के तारतम्य में गौतम सोलंकी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंदसौर एवं नरेंद्र सोलंकी एसडीओपी मंदसौर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी दलौदा सजीव सिंह परिहार व उनकी टीम द्वारा एक तस्कर से 810 ग्राम अफीम मय मोटर साईकिल के जप्त किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिनांक 05 मार्च 23 को थाना दलौदा पर पदस्थ कार्यवाहक सउनि नरेंद्र मकवाना को मुखबिर से सुचना मिली कि महेश पिता भंवरलाल शर्मा निवासी ग्राम भावगढ़ का अपनी काले रंग की प्लेटीना मोटरसाईकिल एमपी 14 एमजेड 4180 से अवैध अफीम लेकर निम्बोद के रास्ते गुराडिया शाह होते हुए सरसीद गांव से हाईवे रोड सरसौद फंटा आक्या पर किसी बाहरी तस्कर को देने आने वाला है। यदि शीघ्र ही सरसौद फंटा ग्राम आक्या के आस पास नाकाबन्दी की जाये तो महेश शर्मा को अवैध अफीम सहित पकड़ा जा सकता है।
मुखबिर सूचना विश्वसनीय होने से तत्काल टीम गठीत कर सरसौद फंटा ग्राम आक्या में नाकाबंदी की गई। तभी थोड़ी देर बाद सरसौद तरफ से एक बाइक आई जो रोड़ पर बने गति अवरोधक पर मोटर साईकिल धीमी होने पर मोटर साईकिल के सामने नम्बर प्लेट पर मुखबिर सुचना मुताबिक नम्बर एमपी 14 एमजेड 4180 जाती दिखा। जिसको गठित टीम द्वारा रोककर मोटर साईकिल चालक से नाम पता पूछते उसने अपना नाम महेश पिता भंवरलाल शर्मा उम्र 25 साल निवासी भावगढ़ थाना भावगढ जिला मंदसौर का होना बताया तथा चालक महेश शर्मा की तलाशी लेते उसके बदन पर पहने टी-शर्ट के अंदर पेट व पेंट के बीच एक लाल रंग की पैली के अंदर रखी थैली से अवैध मादक पदार्थ अफीम जम कर एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानों का पालन करते हुए आरोपी महेश पिता भंवरलाल शर्मा उम्र 25 साल निवासी भानगढ़ के विरुद्ध थाना दलौदा पर अपराध क्रमांक 78/23 धारा 8/18, 29 एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया गया। गिरफ्तार आरोपी महेश से अवैध मादक पदार्थ अफीम के स्रोत के बारे में पूछताछ करते आरोपी महेश शर्मा ने पवन पिता राधेश्याम शर्मा निवासी भावगढ़ से लाना बताया। फरार आरोपी की तलश जारी है।
उक्त कार्यवाई में थाना प्रभारी दलौदा संजीव सिंह परिहार, सउनि नरेंद्र मकवाना, प्रआर 587 अजय चौहान, प्रआर 196 ओमप्रकाश चौहान, प्रआर 179 नवनीत उपाध्याय, प्रआर 67 उमंग शर्मा, आर 628 विजय दडिंग, आर 735 श्रवण परमार चालक 517 संदिप पुरोहित का सराहनीय योगदान रहा।