अजमेर। मदनगंज थाना पुलिस ने डकैती की वारदात का खुलासा किया है। बताया कि कर्ज में डूबे भांजे ने पेशेवर अपराधियों की मदद से लूटपाट की। इस वारदात में प्रयुक्त लग्जरी गाड़ी के जरिए ही पुलिस मास्टरमाइंड भांजे तक पहुंची। मदनगंज थाना पुलिस ने अजमेर एसपी चुनाराम जाट के निर्देशन में स्पेशल टीम बनाई जिसने तहकीकात के बाद आरोपी भांजे समेत 5 को गिरफ्तार किया 2 की तलाश की जा रही है। आरोपियों के साथ ही पुलिस ने दो देशी कट्टे, 6 जिंदा कारतूस और लग्जरी गाड़ी जब्त की 27 फरवरी को टेक्स बोर्ड अजमेर में कार्यरत प्रमोद कोठारी के किशनगढ़ में हाउसिंग बोर्ड जीवनदीप कॉलोनी स्थित घर में तमंचों की नोक पर दिनदहाड़े डकैती की थी। उस समय घर पर सास बहू और एक बच्चा था। जिन्होंने पूछताछ में बताया था कि 3 नकाबपोशों ने अचानक हमला कर घर में रखी नगदी और लाखों के आभूषण लूट लिए। पुलिस शुरू से ही रेकी किए जाने की बात कर रही थी।
जानकारी में सामने आया कि कोठारी के घर डकैती डालने से पहले आरोपियों ने 2 अन्य जगहों पर भी कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। अजमेर शहर में रेम्बूल रोड-फॉयसागर रोड पर भी वारदात के लिए रेकी कर चुके थे। मदनगंज थाना पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से दो देसी कट्टे, छह जिन्दा कारतूस व वारदात के उपयोग में ली गई टीयूवी 300 नंबर आरजे 02 यूए 8574 लग्जरी गाड़ी जब्त की। मदनगंज थाने में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर एवं मुख्यालय सुशील विश्नोई सीओ सिटी मनीष शर्मा और थानाधिकारी नेमीचन्द चौधरी की मौजूदगी में आरोपियों को मीडिया के सामने पेश कर वारदात का खुलासा किया।
जीवनदीप कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय प्रमोद कोठारी (पुत्र रतनलाल जैन) ने मदनगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 27 फरवरी की दोपहर में उनके घर में पत्नी अंजू जैन, पुत्र अरवन कोठारी और सास प्रेमकंवर थी। इसी दौरान कुछ नकाबपोशों ने घर में प्रवेश कर बंदूक दिखा 50-55 हजार रुपए का कैश, सोने के आभूषण और मोबाइल लूट लिया था। रिपोर्ट के बाद पुलिस टीम का गठन किया गया। मौका मुआइना किया गया। शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों का फुटेज खंगाला गया। इस दौरान ही वाहन के नंबरों के आधार पर कड़ियों को जोड़ने का प्रयास किया गया जिसके बाद मास्टरमाइंड अमित जैन पकड़ में आया।
ऐसे बिछाया जाल- साजिशकर्ता 31 वर्षीय अमित जैन (पुत्र घीसू जैन) है जो अजमेर स्थित प्रताप कॉलोनी सब्जी मण्डी के पास क्रिश्चियनगंज का निवासी है। वह प्रमोद कोठारी के पिता रतन लाल जैन का भांजा है। क्रिश्चियनगंज की महादेव विहार कॉलोनी में रहने वाले 36 वर्षीय मनोज (पुत्र जगदीश शर्मा) और अमित दोस्त थे। दोनों ने यूपी के सिंहपुर साहनी निवासी 36 वर्षीय मोहम्मद यूनूस उर्फ राजू (पुत्र मोहम्मद छोटे) की अजमेर स्थित नाई की दुकान में बैठकर लूट की योजना बनाई थी। राजू के सैलून में मनोज और अमित जैन कटिंग कराने आते थे।
मोहम्मद यूनुस ने यूपी और हरियाणा से तीन पेशेवर अपराधी बुलाए थे। मुख्य आरोपी अमित जैन और मनोज शर्मा के सिर पर कर्ज चढ़ा था। दोनों ने रुपयों के लालच में प्रमोद कोठारी के घर को चुना। फिर अल्लन पुत्र मुश्ताक के साथ पहले रेकी की। मनोज ने गाड़ी की व्यवस्था की और यूनूस ने अल्लन, अम्बाला के 43 वर्षीय आकाश पुत्र महेन्द्र दुआ और अन्य दो से सम्पर्क कर उन्हें अजमेर बुलाया। इसके बाद अमित जैन, अल्लन, आकाश व अन्य दो ने घर में घुसकर देसी तमंचों की नोक पर लूट की वारदात को अंजाम दिया।