मंदसौर। मध्यप्रदेश के साथ मंदसौर जिले में भी लगातार तीन से चार दिनों तक ओले के साथ भारी बारिश हो रही हुई। जिसके कारण किसानों के खेतों में खड़ी फसल अफीम, धनिया, इसबगोल, चना, अलसी, गेहूं सहित कई फसलें तबाह और चौपट हो गई। जिसके चलते किसानों को राहत राशि मुआवजा बीमा दिलवाने की मांग को लेकर गुरुवार को जिला किसान कांग्रेस के द्वारा जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया गया। मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार को जगाने के लिए किसान कांग्रेस के द्वारा झांझ मंजीरा भजन कीर्तन करके विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान मंदसौर जिला कांग्रेस अध्यक्ष पाटिल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता मौजूद रहे। जिसके बाद सभी नेताओं ने कलेक्टर कार्यालय पर एसडीएम आरसी बोरासी को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष बद्रीलाल धाकड़ ने किया। संचालक रंगलाल धनगर महामंत्री ने किया और आभार रविंद्र पाटीदार ने माना।
किसान कांग्रेस के द्वारा धरने को संबोधित करते हुए जिला अध्यक्ष नवकृष्ण पाटिल ने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। किसानों के सामने आज संकट है, उनकी फसलें और चौपट हो चुकी है। लेकिन शिवराज सरकार सर्वे का खेल, खेल रही है। किसान कांग्रेस अध्यक्ष बद्रीलाल धाखड़ ने कहा कि किसानों को सिर्फ आश्वासन देने से सरकार बच नहीं सकती है। किसान परेशान हैं महंगाई के कारण खेती में लागत मूल्य दुगनी हो गई है। ऐसे में किसान सरकार की तत्काल सुने नहीं तो जिला किसान कांग्रेस के द्वारा पूरे जिले में उग्र आंदोलन किया जाएंगे।
इस दौरान जिला किसान कांग्रेस के प्रभारी प्रवीण मांगरिया, कांग्रेस नेता परशुराम सिसोदिया, प्रदेश कांग्रेस के नेता राजेश रघुवंशी, सोमिल नाहटा, श्यामलाल जोकचन्द, दिनेश शर्मा, सुरेंद्र कुमावत, रविंद्र पाटीदार, अनिल शर्मा, तरुण खींची, अशोक खींची, किशोर गोयल, महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रूपल संचेती, जिला प्रवक्ता सुरेश भाटी, संदीप सलोद, बालेश्वर पाटीदार, मुकेश धाकड़, राजकुमार धनगर, दीपक सेन, सीतामऊ ब्लाक अध्यक्ष अजय पाटीदार, प्रहलाद शर्मा सभी ब्लॉक कांग्रेस के अध्यक्षगण, कांग्रेस के पदाधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में किसान कांग्रेस के कार्यकर्ता मौजूद रहे।
शंख ,मजीरे के साथ भजन कीर्तन-
कांग्रेस के द्वारा आयोजित धरने में सरकार को जगाने के लिए किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों ने शंख बजाकर, झांझ और मजीरे, पेटी, तबला के साथ भजन कीर्तन करके प्रदेश सरकार को जगाने के लिए जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया।