आज सीएम शिवराज सिंह चौहान बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से मिले। इस दौरान बंद कमरे में क्या बात हुई किसी को पता नहीं चल सकी। ठीक इसी तरह दो दिन पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भोपाल में आरएसएस के दफ्तर समिघा बुलाये गए थे। वहां भी बंद कमरे में सलाह सूद हुई, लेकिन वो बातें आमतौर पर बाहर नहीं आती। साथ ही गत दिवस शिवराज मंत्रि मंडल के सदस्यों की क्लास भी संगठन के बड़े नेताओं ने ली थी, जिसमें भी कई मुद्दों पर विचार हुआ। इस बैठक में प्रदेश बीजेपी के सभी दिग्गज मौजूद थे। कुलमिलाकर इस समय एमपी बीजेपी में राय मशविरा चल रहा है और वो सब किसी बड़े फेरबदल की तरफ इशारा कर रहा है।
जैसा की वॉइस ऑफ़ एमपी ने अपनी पहले की कई खबरों में कहा कि एमपी में बीजेपी ने चुनावी बिसात बिछाना शुरू कर दी है, जिसके चलते कई चरणों में कई फेरबदल होने हैं और यह बात विचार का सिलसिला उसी के तहत हो रहा है।
गुजरात के चुनावी नतीजों के बाद से यह आवाज़ पार्टी में मुखर हुई की एमपी के विधानसभा चुनाव में गुजरात फार्मूला लागू किया जाए ताकि सरकार में वापसी की जा सके और उसी कड़ी में हाई लेवल पर यह मीटिंगों का दौर चल रहा है।
जानकारों की मानें तो इस उच्च स्तरीय राय मशविरे के बाद सबसे पहले तो मंत्रिमंडल में फेर बदल होगा और कुछ मंत्रियो के विभाग भी बदले जा सकते हैं और कुछ नए चेहरे भी मंत्री मंडल में शामिल किये जा सकते हैं, जिसमें मंदसौर विधायक यशपाल सिसोदिया और रतलाम के विधायक चेतन कश्यप का नाम सामने आ रहा है। वहीं मंत्रियों के प्रभार वाले जिलों में भी बदलाव होना तय है, क्यांेकि बीजेपी हाईकमान के पास जो खबरे पहुंची है वह यह की कई मंत्री अपने प्रभार वाले जिलों में जाते ही नहीं है और जाते हैं तो वहां रात्रि विश्राम नहीं करते, जिससे कार्यकर्ताओ में नाराज़गी है। फिर यह चुनावी साल है ऐसे में मंत्रियों का उनके प्रभार वाले जिलों में दौरा ज़रूरी है।
बीजेपी में अंदरूनी तौर पर कई तरह की तैयारियों को चुनाव के मद्देनज़र अंजाम दिया जा रहा है, ताकि इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में सरकार में वापसी की जा सके।