जावद। विधानसभा में महाविद्यालय के नाम पर दो महाविद्यालय हैं, एक जावद में तो दूसरा सिंगोली में। सिंगोली महाविद्यालय में सरकार की वादाखिलाफी का हर्जाना अचंल के विद्यार्थियों को भुगतना पड़ रहा हैं। जहाँ बिल्डिंग तो है, पढ़ने वाले छात्र भी है पर विषय नहीं। उक्त बात कांग्रेस नेता रांका ने बताई।
शिक्षा पर सबका अधिकार है सरकार समुचित शिक्षा की व्यवस्था करे-
कांग्रेस नेता रांका ने मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार की दोगली नीति से पर्दा उठाते हुए कहा कि सरकार हर क्षेत्र में विफल हो रही हैं। रांका ने कहा कि सिंगोली अंचल के विद्यार्थियों की आशा का एकमात्र केंद्र सिंगोली महाविद्यालय है। वहाँ के तमाम छात्र संगठन और पालक लगातार कला संकाय के साथ ही अन्य पाठ्यक्रमों को प्रारंभ करने की मांग करते रहे, मगर सालों से सिर्फ मिला हैं तो एक झूठा आश्वासन न तो यहाँ वाणिज्य संकाय और न ही विज्ञान पाठ्यक्रम आज दिनांक तक प्रारम्भ हो पाया हैं। कभी महाविद्यालय बनने के बाद पता चलता है छात्राओं के लिए टॉयलेट बनाना भूल गए तो कभी पँखे चलना ही बंद हो गए। कांग्रेस नेता रांका ने ये भी कहा कि गरीब किसानों के बच्चे बड़ी आशा लगाकर कॉलेज आते हैं, उनके मां-बाप भी मजदूरी करके उनके सपनों को पंख देते हैं, मगर सरकार की लापरवाही के कारण क्षेत्र की प्रतिभाओं को उचित अवसर नहीं मिल पा रहा हैं ।
बीएसी प्रारंभ करने की भरे मंचो से सिर्फ झूटी घोषणाएं-
कांग्रेस नेता रांका ने बताया कि जावद विधानसभा के मंत्री से लेकर शिक्षा मंत्री तक ने भरे मंच से नवीन वर्ष में पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की बात कहीं थी, परंतु आज दिनांक तक विद्यार्थियों को उनका हक नहीं मिला है। अभी हाल ही में विकास यात्रा में एक पत्रकार द्वारा जब इस विषय पर मंत्री सकेलचा से सवाल किया गया तब उन्होंने एक बार फिर आश्वासन दे दिया। जबकि इसी विषय को लेकर सरकार के मंत्रियों द्वारा पूर्व में बडी-बड़ी घोषणाएं की गई थी जो घोषणावीर शिवराज सिंह चौहान की तरह ही साबित हुई है।