नीमच। दिग्विजयसिंह के कार्यकाल में मध्यप्रदेश शासन में उद्योग एवं वाणिज्यिक कर मंत्री रहे नरेंद्र नाहटा का आज जन्मदिन है। आज उनके जन्मदिन के अवसर पर मनासा में नरेंद्र नाहटा मित्र मंडल के तत्वाधान में विशाल समारोह का आयोजन किया गया। मनासा विधानसभा क्षेत्र से लगभग हर गांव का कांग्रेस कार्यकर्ता और उनके चाहने वाला इस कार्यक्रम में उपस्थित रहा। वहीं राजनीतिक गलियारों में सुगबुगाहट हो रही है कि ये एक तरह से जन्मदिन के नाम पर नाहटा का शक्ति प्रदर्शन है।
विधानसभा चुनाव नजदीक है। हर नेता चाहे वो उम्रदराज हो या युवा, चाहता है कि विधानसभा का टिकिट मिल जाए। वहीं नरेंद्र नाहटा की गिनती कांग्रेस में वरिष्ठों में आती है। वे मनासा विधानसभा से कई बार विधायक चुने गए है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह के कार्यकाल में काबीना मंत्री भी रहे है और दिग्विजयसिंह के मालवा अंचल खास भी माने जाते है। विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उनकी मनासा में सक्रियता भी देखी जा रही है।
आज नाहटा के जन्मदिन पर नाहटा मित्र मंडल द्वारा मनासा की द्वारिकापुरी धर्मशाला में एक भव्य आयोजन किया गया। पूरा पांडाल कार्यकर्ताओं से भरा हुआ था। इससे पूर्व नाहटा मंदसौर से जैसे ही मनासा विधानसभा क्षेत्र में दाखिल हुए तो गाड़ियों का काफिला उनके साथ जुड़ता चला गया। जगह जगह उनका भव्य स्वागत हुआ। द्वारिकापुरी धर्मशाला में भी नीमच जिले के कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता खासकर दिग्विजयसिंह गुट से जुड़े नेताओं का जमावड़ा रहा। वहीं राजनीतिक चाणक्य आज के आयोजन को देखकर कहते हुए दिखाई दिए कि अगर मनासा विधानसभा क्षेत्र में दिग्विजयसिंह की चली तो नाहटा को टिकिट मिल सकता है।
वहीं अगर बात की जाए मनासा के स्थानीय नेताओं की तो कई बार यहां के नेता राजनीतिक मंच और बैठकों में स्थानीय उम्मीदवार की बात पर जोर देते हुए नजर आए। कई बार तो कांग्रेस की स्थानीय बैठकों में स्थानीय नेता नाहटा का नाम लेकर भी विरोध स्वरूप बयानबाजी करते हुए नजर आए। जिस प्रकार से कांग्रेस की तरफ से मनासा विधानसभा में स्थानीय उम्मीदवार की बात उठी है तो नाहटा के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो सकती है। उन्हें स्थानीय नेताओं की ही खिलाफत झेलनी पड़ सकती है।
स्थानीय उम्मीदवारों की बात करें तो कांग्रेस की ओर से एक लम्बी लिस्ट सामने आती है। जोकि इस बात का दम्भ भरते हुए नजर आते है कि अगर कांग्रेस स्थानीय उम्मीदवार को मैदान में उतारती है तो विधानसभा का हर कांग्रेस कार्यकर्ता एक होकर चुनाव लड़ेगा। जिससे ये सीट कांग्रेस के खाते में आ सकती है।