नीमच। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नीमच आगमन पर किसानों को फसल नुकसानी में हुई तात्कालिक राहत के लिए एक शब्द भी नहीं बोले, किसानों के लिए कोई घोषणा नहीं की। किसानों के खेतों में अतिवृष्टि के कारण हुई फसल नुकसान का अभी तक कोई सर्वे नहीं हुआ। किसानों ने नाराज होकर कल मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान कार्यक्रम से दूरी बना ली। यह बात कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने आज कांग्रेस कार्यालय गांधी भवन नीमच में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की केंद्र सरकार और प्रदेश की शिवराज सरकार किसान विरोधी है। अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने फसल बीमा के नियमों में सख्ती कर दी है। कांग्रेस किसानों के हितों की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है और जल्द ही धरना प्रदर्शन कर सड़कों पर उतर के सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ेगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में जब कांग्रेस नेताओं ने कहा कि प्रदेश के निर्देश पर पत्रकार वार्ता की जा रही है तब पत्रकारों ने तीखे प्रश्नों की बौछार करते हुए सवाल किया कि कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व के निर्देश का पालन करते हुए केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रही है, आम जनता के मुद्दों को लेकर सड़कों पर क्यों नहीं उतर रही। इस सवाल के जवाब में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि हम मुख्यमंत्री के के दौरे का इंतजार कर रहे थे इस दौरे से हमें समाधान की उम्मीद थी लेकिन कोई ठोस वादा मुख्यमंत्री की ओर से नहीं मिला। अब कांग्रेस सड़कों पर उतर के किसानों की लड़ाई लड़ेगी। पत्रकार वार्ता को जिला अध्यक्ष अनिल चौरसिया, पूर्व विधायक नंदकिशोर पटेल, किसान नेता उमराव सिंह गुर्जर, तरुण बाहेती ने संबोधित किया।
पत्रकार वार्ता में कांग्रेस ने कहा किसानों की आमदनी तो दोगुना नहीं हुई लेकिन किसानों का दर्द 100 गुना हो गया केंद्र सरकार ने किसानों के साथ छलावा किया है। राज्य सरकार ने भी किसानों को धोखे में रखा है। किसान सम्मान निधि किसानों के लिए अपमान बन गई है। एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड जिसके माध्यम से किसानों को सस्ती दरों पर लोन प्रदान करने की योजना थी, जिसमें एक लाख करोड़ रुपए का फंड रखा गया था किसानों को मात्र 817 करोड़ के ऋण दिया गया।
वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि ओलावृष्टि से मध्य प्रदेश का किसान तबाह हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने जिला कांग्रेस कमेटियों को खेतों में जाकर निरीक्षण करने का निर्देश दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बंगला बगीचा एरिया समस्या, मेडिकल कॉलेज और नवीन कृषि उपज मंडी पर भी चर्चा हुई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में महेश वीरवाल, बृजेश मित्तल, कमल मित्तल, मुकेश कालरा, भगत वर्मा और कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।