मनासा। संविधान निर्माता बाबा भीमराव अम्बेडकर की आज 14 अप्रैल को जनपद परिसर के बाहर आम आदमी पार्टी के बैनर तले रमेश गुर्जर के सानिध्य में बाबा साहेब की तस्वीर पर फुलमाल चढ़ा कर जयंती मनाई इस अवसर पर रमेश गुर्जर ने कहा कि आज जिस प्रकार भारत में बाबा साहेब ने सविधान निर्माण के समय जिस प्रकार से मनुवादी सभ्यता का सामना करते हुए सभी को समानता का अधिकार दिया परंतु आजादी के बाद आज फिर से वोट बैंक की सर्जनीति करने वाली मुंह में राम बगल में छुरी यानी मनु वादी सोच की सरकार इतिहास के पन्नो को बदल कर नकली बेहरूपियो का पाठ नव पीढ़ी को पढ़ाने में सर्व सेष्ट बनाने की योजना चला ते हुए आजादी से अब तक कांग्रेस हो या बीजेपी दोनो ने मिल कर बाबा साहेब के सविधान में सभी हित केवल और केवल इन नेताओ ने स्वयं भू स्थापित कर सभी अधिकार आमजन से छीन कर पिछड़ी जातियों की भावनात्मक भड़काते हुए मानसिक और अर्थ से कमजोर कर डर दबाव से लूट कर रहे है जब की बाबा साहेब के सविधान के अनुरूप आमजन को मालिक बनाया था परंतु इन नेताओ ने मालिक को नोकर बना दिया और नोकर बन गए मालिक ये नेता अपने बच्चो को विदेश में पढ़ने भेजते है और आमजन के बच्चो को सरकारी स्कूल को ही झरजर करते हुए इन्होंने अपनी प्रायवेट दुकानें खोलकर लूट रहे है मनुवादी सोच को बढ़ाते हुए इनकी सोच हमेशा यह रही की आमजन के बच्चे पढ लिख जायेगे तो इन नेताओ की जी हजूरी गुलामी कोन करेगा इसी सोच से नवयुवाओ को बरगला कर एक दूसरे के खिलाफ भाई को भाई से लड़वाते है और विधानसभा विधायक और संसद में सांसद ये नेता बनजाते है और सभी फ्री सुविधाएं ये नेता लेते है और आमजन को लाइन में खड़ा कर ऊपर से भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे कर इनकी जेब भर रहे है अब आम आदमी पार्टी आजादी की दूसरी लड़ाई अरविंद केजरीवाल के बैनर तले पूरे देश के साथ मनासा विधानसभा मे भी लड़ी जा रही है जिसमे आमजन को स्वराज स्थापना में ग्राम कमेटी नगर कमेटी के माध्यम से आप सरकार चलाने के लिए मेरा गाव मेरी जवाबदारी सरकार आपके द्वार में सभी मूलभूत सुविधाएं घर बैठे आमजन को मिले और होने वाले चुनाव में नेता और आनजन के बीच चुनाव हो इन नेताओ द्वारा लूट बंद कर नेता से एक से अधिक पैंशन फ्री सभी अधिकार छीन कर आप में से जो आमजन इन नेताओ से दुखी है वे सभी इन नेताओ को हरने का मजा लेना चाहते वे सब एकत्रित हो कर बाबा साहेब के द्वारा लिखे सविधान में समान अधिकार प्राप्त कर स्वराज लेवे इस मौके पर बाबूलाल दिवान,कुलदीप पुरोहित, पप्पु पाल, पटेल चंदेल, कन्हैयालाल धनगर, मंगल भील, जगदीश चंदेल, रमेश रैगर , रईस मोमिन, सांतिलाल गवारिया, प्रकाश कुमावत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।