उज्जैन। मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले उज्जैन जिले की तराना तहसील के ग्राम रूपाखेड़ी के रहने वाले बद्रीलाल की पत्नी को गर्भधारण किये लगभग नो माह पूर्ण हो चूके थे। इसके पहले चिकित्सक द्वारा उन्हे प्रसव हेतु हाईरिस्क श्रेणी मे रखा गया था। चिकित्सक द्वारा उन्हे गर्भावस्था संबंधी कुछ परेशानी बताई गई थी, जिसमे प्रायवेट अस्पताल मे पुरे उपचार मे लगभग तीस-चालीस हजार रूपयें का खर्चा संभावित था।
क्षेत्रीय महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ए.एन.एम.) द्वारा गृह भेट के दौरान भागवंता का स्वास्थ्य परीक्षण एवं जांचे की गई, जिसमे उनका हिमोग्लोबिन भी गंभीर श्रेणी मे था। भागवंता द्वारा महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता को बताया गया कि उनके पति मजदूरी करते है उनके द्वारा प्रायवेट चिकित्सक को दिखाने पर उनके द्वारा मेरी डिलेवरी हेतु बहुत अधिक खर्चा बताया गया, जिसको वहन करने की स्थिति मे नही है। जिस पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता द्वारा उनको अपने साथ चलकर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घटिया, जिला उज्जैन मे उपचार कराने की सलाह दी गई व बताया कि वहां पर समस्त उपचार निःशुल्क है। दोनो कर्मचारियों द्वारा उनके पति को एवं भागवंता को चरक अस्पताल मे उपलब्ध सेवाओं एवं निःशुल्क उपचार के बारे मे जानकारी दी गई। साथ ही भागवंता के मन मे शासकीय सेवाओं को लेकर जो आशंकाए थी, उन्हें दूर किया गया।
भागवंता को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र घटिया मे संचालित प्रसव केन्द्र मे भर्ती किया गया जहां पर अथक प्रयास एवं पूर्ण सतत् निगरानी रख चिकित्सक एवं स्टॉफ द्वारा भागवंता का सामान्य प्रसव सम्पन्न करवाया जिसमे भागवंता ने स्वस्थ्य बच्चें को जन्म दिया प्रसव पश्चात भागवंता को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। प्रसूति, ब्लड ट्रान्सफ्यूजन व समस्त प्रकार की सेवाए भागवंता को निःशुल्क उपलब्ध कराई गई, जिस पर भागवंता के पति द्वारा शासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही निःशुल्क सेवाओं के बारे मे आभार व्यक्त किया गया।
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