बीजेपी के राजनैतिक दुश्मन सीएम नितीश कुमार के राज्य बिहार में बाबा बागेश्वर धाम धीरेन्द्र शास्त्री महाराज ने जो ताल ठोंकी उसने लगता है बीजेपी को 2023 और 2024 का रोड मेप बता दिया। इस कार्यक्रम के बाद बागेश्वर सरकार के चर्चे पूरे देश में है, क्योकि जो हुजूम पटना में उमड़ा उसकी गिनती मुमकिन नहीं लगती।
बागेश्वर सरकार के बारे में ज्यादा कुछ बताने की आवश्यकता नहीं, लेकिन उनकी जो लाईन है वो बीजेपी को सूट करती है, क्योकि वे हिंदुत्व की धर्म ध्वजा फहरा रहे हैं और बीजेपी इसी लाईन को फॉलो कर के केंद्र और देश के 16 राज्यों की सरकारों में आयी थी। ये अलग बात है कि अब यह राज्य 9 ही बचे हैं और उसके सामने चुनौती यह है कि 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों और फिर 2024 के आम चुनाव में वो केंद्र की सरकार में वापसी करें, ये रास्ता उसके लिए कठिन है। कर्नाटक के नतीजों ने तो बीजेपी के होश ही उड़ा दिए।
यदि आम चुनाव की बात करें तो बीजेपी के सामने 10 साल का एंटी इंकम्बेंसी होगा और यदि एमपी की बात करें तो यहां 16 साल की सरकारों का एंटी इंकम्बेंसी है। ऐसे में इससे बचना और सरकार में वापसी बेहद टेढ़ी खीर है। बीजेपी के लिए अभी सबसे बड़ी चुनौती हिंदी पट्टी में होने वाले विधानसभा चुनाव है, जिसमें एमपी भी शामिल है और एमपी में कर्नाटक की तर्ज पर ही ऑपरेशन लोटस की खिचड़ी पकाई गयी थी। ऐसे में उसे डर यह सत्ता रहा है कि जो हाल कर्नाटक में हुआ वो एमपी में न हो। यदि यहां सरकार में वापसी नहीं हुयी तो इसका बुरा प्रभाव आम चुनाव पर पड़ेगा।
बीजेपी की इस मुश्किल राह में टॉर्च बागेश्वर बाबा के पटना वाले कार्यक्रम ने दिखा दी। वैसे बीजेपी में हिंदुत्व का सबसे बड़ा ब्रांड योगी आदित्य नाथ को माना जाता है, लेकिन हिंदी पट्टी में उनसे वो कमाल संभव नहीं जो बीजेपी को सरकार में वापस ला सके। लेकिन वो कमाल बागेश्वर सरकार कर सकते हैं फिर बागेश्वर सरकार के जो बोल बचन है वे साफतौर पर हार्डकोर हिंदुत्व के है और यहीं नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ की लाईन है और इसी लाईन पर चलकर बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ दिल्ली में काबिज हुई थी।
ऐसे में बागेश्वर सरकार के जलवों ने निश्चित ही बीजेपी को नयी संजीवनी दी है। उसी का परिणाम है कि पूरी शिवराज सरकार बाबा के आगे नतमस्तक है और हर कोई मंत्री, विधायक और सांसद अपने क्षेत्र में बाबा का कार्यक्रम आयोजित करवाना चाहता है। बीजेपी का हर बड़ा नेता बाबा बागेश्वर धाम के साथ अपनी फोटो सोश्यल मीडिया पर खुद वाइरल करता है। इससे साफ़ जाहिर है कि एमपी में अब बीजेपी को पूरी तरह सरकार में वापसी के लिए बागेश्वर सरकार का आसरा चाहिए ये अलग बात है कि उसके लिए बागेश्वर सरकार कोई वोट देने की अपील नहीं करेंगे पर जिस तरह कन्हैया मित्तल अपने भजनों में जो राम को लाये है, हम उनको लाएंगे के माध्यम से और आरएसएस अपने जन जागरण के माध्यम से जैसी इनडाइरेक्ट अपील करते हैं वैसी तो बागेश्वर धाम अपने हर कार्यक्रम में करते रहे हैं ऐसे में लगता है धीरेन्द्र शास्त्री महाराज आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के खिंवेया होंगे।