चित्तौड़गढ़। आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी से पीड़ित निवेशक आज दर-दर की ठोकरे खा रहे हैं। आदर्श क्रेडिट सोसाइटी में इन लोगों ने अपने उज्जवल भविष्य को देखते हुए अपने खून पसीने की गाड़ी कमाई जमा की थी लेकिन इन सोसाइटी ऊपर सरकार द्वारा पाबंदी लगा दी गई और आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी को बंद कर दिया गया। लगभग 5 वर्ष पूरे होने को आए लेकिन निवेशकों को अभी तक भुगतान मिलने की कहीं सुराग नजर नहीं आ रहा है। सरकार द्वारा आदर्श क्रेडिट सोसाइटी पर लिक्विडेटर बिठा दिया गया लेकिन सरकार उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। आदर्श क्रेडिट में निवेश करने वाले निवेशक आज अपने भुगतान के लिए तरस रहे हैं।
आदर्श क्रेडिट सोसाइटी में लगभग देशभर में 809 ब्रांच 21 लाख निवेशक 4 लाख एडवाइजर 5 हजार कर्मचारी की रोजी-रोटी छिन चुकी है। राज्य के अलावा पूरे भारत में लगभग 25 राज्यों में आदर्श क्रेडिट सोसाइटी की 809 ब्रांच थी। आदर्श क्रेडिट सोसाइटी लगभग 20 वर्षों तक निवेशकों के साथ लेनदेन आदान-प्रदान करती थी। आदर्श क्रेडिट सोसाइटी पर सरकार द्वारा पाबंदी लगा दी गई और लिक्विडेटर बिठा कर उसको बंद कर दिया गया। अभी तक निवेशकों को भुगतान पाने के आज लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं, इधर उधर तड़प रहे हैं। इनकी सुनने वाला कोई नहीं है।
पीड़ित आदर्श संगठन द्वारा शास्त्री भवन कलेक्ट्री चौराया चित्तौड़गढ़ पर एक बैठक रखी गई। जिसमें चित्तौड़गढ़ जिले के अलावा विभिन्न क्षेत्र से जैसे चित्तौड़गढ़ निंबाहेड़ा, मंगलवाड, कपासन, बड़ी सादड़ी, छोटी सादड़ी, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, उदयपुर, भीलवाड़ा, गंगरार, राशमी, बेगू, रावतभाटा आदि क्षेत्र के पीड़ित निवेशक उपस्थित हुए। निवेशकों ने जिला कलेक्टर एवं सांसद सीपी जोशी से मुलाकात की। जिसमें निवेशकों ने जानकारी दी कि हमें लगभग 5 वर्ष पूरे पूरे होने को आए लेकिन अभी तक हमारे जमा धन का भुगतान नहीं मिला है। हमें जब तक भुगतान नहीं मिल जाता तब तक हम आने वाले चुनाव का बहिष्कार करेंगे एवं चुनाव में मतदान करते समय नोटा बटन का प्रयोग करेंगे। हमें आने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पहले निवेशकों का जमा धन 180 दिन में भुगतान किया जाए। हमारे निवेश की गई राशि पर उचित कार्रवाई करें एवं प्रधानमंत्री को यह बताएं कि आम जनता बहुत पीड़ित हैं। आदर्श क्रेडिट निवेशकों को भुगतान के लिए जिला एवं तहसील स्तर पर एक कमेटी गठित की जाए और उस कमेटी के माध्यम से कोऑपरेटिव सोसाइटी से पीड़ित निवेशकों को भुगतान देकर आम जनता को राहत प्रदान की जाए। जो लोग इन सोसायटी से पीड़ित हुए है उनको शीघ्र उनके खून पसीने की गाढ़ी कमाई लौटाई जाए। सरकार द्वारा उचित कदम नहीं उठाया गया तो निवेशकों द्वारा धरना प्रदर्शन और आंदोलन की चेतावनी दी है और दिल्ली में भी धरना प्रदर्शन कर कर एक बुलंद आवाज के साथ प्रदर्शन करेंगे। निवेशकों को जब तक न्याय नहीं मिल जाता तब तक आने वाले चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे और नोटा बटन का प्रयोग किया जाएगा।