राजगढ | प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान के सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र मे दौरा प्रस्तावित है जिसको लेकर शनिवार को विधायक प्रताप ग्रेवाल द्वारा राजगढ मे एक प्रेसवार्ता आयोजित कर कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान इसके पहले भी विधानसभा की जनता को सौगादो का पिटारा थमाकर चले गए थे वह विकास का पिटारा अभी तक खुल नही पाया है अब कौनसा विकास का पिटारा पिटने के लिए सरदारपुर आ रहे है। विधायक प्रताप ग्रेवाल ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पहले की द्योषणाओ को पूरा करे। जिसमे 04 सितंबर 2008 को राजगढ मे जनता को जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान अमझेरा को तहसील बनाने की द्योषणा की थी जो कि 15 वर्ष बाद भी अधूरी है। वर्ष 2018 मे भी जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान रिंगनोद मे 24 अगस्त को किसानो के साथ रिंगनोद जलाशय का भूमिपुजन किया था लेकिन लगभग 5 वर्ष बाद भी किसान रिंगनोद जलाशय के निर्माण की राह देख रहे है। मुख्यमंत्री अपनी सरकार को आदिवासी हितेशी सरकार बताते है लेकिन राजगढ नगर के आदिवासी वार्ड क्रमांक 04 एवं 13 मे मांगलिक भवन निर्माण के लिए अभी तक जमीन आवंटित नही हो सकी है ऐसे मे आदिवासी समाज के लोग सामाजिक व धार्मिक आयोजन के लिए परेशान हो रहे है तो वही राजगढ नगर मे क्रांतिकारी योध्दा टंट्या मामा की प्रतिमा के लिए एवं स्टेडियम निर्माण के लिए भी शासन स्तर से जमीन आवंटित नही हो पाई है। साथ ही सरदारपुर नगर मे अमर शहीद भगतसिंह की प्रतिमा के लिए भी सभी प्रक्रिया पूर्ण करने के बावजूद जमीन आवंटित नही की गई है।
मुख्यमंत्री अपने आप को किसान को बेटा कहते है लेकिन 16 अक्टुबर 2017 को आपके द्वारा भावांतर योजना की द्योषणा की थी जिसमे सोयाबीन के हजारो किसानो की फसल का भावांतर की राशि अभी तक प्राप्त नही हुई एवं वर्ष 2017 की किसानो को लहसून, प्याज की उद्यानिकी प्रोत्साहन राशि भी नही मिली है। सरदारपुर तहसील के 84 गाॅव के किसानो की 26 हजार हैक्टेयर भूमि को सिंचीत करने के लिए माण्डू उद्वहन सिंचाई परियोजना की कार्ययोजना विगत 2 वर्ष से तैयार है लेकिन अभी तक योजना की स्वीकृती नही मिली है जिससे किसानो मे निराशा है। सरदारपुर तहसील के 14 ग्रामो मे खरमौर अभ्यारण्य की वजह से जमीन के क्रय-विक्रय पर रोक लगी हुई है मध्यप्रदेश मे 18 वर्ष से भाजपा की सरकार है लेकिन जमीन के क्रय-विक्रय पर लगी रोक नही हट पाई है जिससे 14 गाॅव के किसान एवं ग्रामीणो को परेशानियो का सामना करना पड रहा है एवं 14 गाॅव मे कई विकास कार्य भी अवरूध्द हो रहे है। राजेन्द्रसूरी बैंक 18422 सदस्यो की 100 करोड से अधिक की राशि बकाया है, गरीब खातेदारो को उनकी जमापूंजी भाजपा की सरकार मे नही मिल पा रही है। राशि नही मिलने के कारण खातेदार डीआर आॅफिस एवं जनसुनवाई के चक्कर लगा रहे है। सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र मे 112 मजरे ग्राम/मजरे 24 घण्टे विद्युत से वंचित है। मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना मे सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र के 226 प्रकरण विगत 2 वर्ष से लंबित है हितग्राहियो को उनकी सहायता राशि नही मिली है। मध्यप्रदेश सरकार के नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा अवैध काॅलोनियो को वैध करने के लिए 07 फरवरी 2022 को पत्र जारी कर अवैध काॅलोनियो को वैध करने की बात कही थी लेकिन अभी तक अवैध काॅलोनियो वैध नही हो सकी जिसकी वजह से रहवासियो को मूलभुत सुविधा नही मिल रही है।
सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र मे मनरेगा योजना से वर्ष 2021 मे स्वीकृत 04 सुदूर सडक, 06 पुलिया निर्माण, 05 गौशाला निर्माण कार्य आज दिनांक तक प्रारंभ नही हुए। तो वही वर्तमान मे सरदारपुर विधानसभा क्षेत्र मे विगत 3 वर्ष से 65 सुदूर सडक, 6 गौशाला, 11 पुलिया के कार्य अधूरे पडे है। जिससे जनता परेशान है। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान द्वारा 07 दिसंबर 2022 एवं 10 फरवरी 2023 को किसानो के लिए खेत सडक योजना की स्वीकृती प्रदान करने की एवं हर पंचायतो को विकास कार्यो के लिए 25 लाख रूपये देने की द्योषणा की थी लेकिन अभी तक यह द्योषणा अधूरी है। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चैहान से अपनी पूरानी घोषणाओ को पूरी करने की मांग करता हुॅ।