उज्जैन | अब जो मामला आपको हम दिखाने जा रहे हैं वह मध्य प्रदेश के उज्जैन के महिदपुर विधानसभा क्षेत्र का है जहां हमेशा विवादों में रहने वाले मध्यप्रदेश भाजपा पार्टी के उपाध्यक्ष वर्तमान विधायक बहादुर सिंह चौहान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे यह बात हम खुद नहीं बल्कि उन्हीं के पार्टी के भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य प्रताप सिंह ने आरोप लगाते हुए बात कही है।
आपको बता दें कि पूर्व में भी भाजपा विधायक बहादुर सिंह चौहान ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए प्रशासन पर दबाव बनाकर भाजपा के ही नेता प्रताप सिंह आर्य सहित कई अन्य नेताओं पर फर्जी मुकदमा दर्ज करवा कर अपनी दुश्मनी निकालना चाहिए यही नहीं बल्कि पीड़ित भाजपा नेता जिला पंचायत सदस्य प्रताप सिंह आर्य के स्टोन क्रेशर पर भी फर्जी मुकदमा बनवा कर प्रखंड दर्ज कराया साथ ही उनके सहयोगी ऊपर भी प्रार्थना क्षेत्र में 307 का मुकदमा दर्ज कर प्रताप सिंह आर्य को भी फसाया गया मामला यहीं नहीं रुका बल्कि खुद प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान से मिलने जा रही इन्हीं के क्षेत्र की दिव्यांग बच्चों को भी मंच पर नहीं चढ़ने दिया और धमकी भरे लफ्जों में कहा कि जितने पैसे चाहिए ले ले लेकिन सीएम से नहीं मिलेगी मासूम बच्ची थक हार कर जब रोने लगी तो मीडिया ने सीएम का काफिला रुकवा कर शिवराज से मिलवाया तब जाकर इस विधायक की कायराना करतूत का पता मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चला और उन्होंने उस बच्ची के समुचित उपचार की निर्देश देते हुए बच्चे के सर पर हाथ फेरा।
यह तो वह घटना थी जो घटित हो चुकी लेकिन अभी भी विवादित विधायक बहादुर सिंह चौहान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं लगातार कूट रचना रक्ष प्रताप सिंह आर्य को जेल भेजने के बाद भी दोगली नीति में लगते हुए अब भाजपा कार्यकर्ताओं को तोड़ने का काम बखूबी करते जा रहे हैं अब हालात यह बन गए हैं कि विरोध इनका क्षेत्र में जो बन रहा है उसके देखते इनको भय है कि मेरा टिकट पार्टी नहीं देगी इसलिए पार्टी में ही सेंड लगाने का काम खुद करने से बहादुर सिंह बाज नहीं आ रहे बहरहाल अब देखना यह होगा कि क्या ऐसे विवादित विधायक जो पार्टी की छवि खराब करने से लेकर एनकेएम कार्य में लगे हैं इस पर कोई एक्शन लेगी या पार्टी अपनी सत्ता एक विधायक के चक्कर में दाव पर लगा देगी।