सेगांव। विश्वभर के सनातन धर्म के लिए गौरवान्वित करने वाला दिन जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे वैसे ही देश में सनातन धर्म संस्कृति को परंपरा से प्रेरित होकर भारत के सनातनियों सहित अन्य वर्ग भी इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने व हर हिन्दू का सपना साकार होता देखना चाहता है।
500 वर्ष बाद 22 जनवरी 2024 को हर भारतवासी के लिए ऐतिहासिक दिन होने वाला है। अपने आराध्य देव भगवान श्री राम की जन्मभूमि आयोध्या धाम में भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है, जिसकी तैयारियां अंतिम रूप में चल रही है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भगवान रामलल्ला की जन्मभूमि पर मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। जिसका हर सनातनी साक्षी बनना चाहता है। हिन्दू संस्कृति से प्रेरित होकर इसी ऐतिहासिक दिन का साक्षी बनने मुंबई की मुस्लिम महिला ने भगवान श्रीराम की जन्मभूमि आयोध्या धाम तक पैदल चलकर यात्रा करने का फैसला लिया और भगवा ध्वज हाथों में थाम जय श्री राम के जयघोष के साथ अपने घर से निकल पड़ी।
शबनम लगभग 500 किलोमीटर पैदल चलकर गुरुवार की शाम को जुलवानिया पहुँची। जहां सकल हिन्दू समाज के अखिलेश साहू ने शबनम का स्वागत कर चर्चा की। चर्चा में शबनम ने बताया कि मैंने सोशल मीडिया पर कई वीडियो देखे, मुझे लड़के अलग अलग स्थानों की पैदल यात्रा करते हमेशा दिखे, पर कोई लड़की आज तक पैदल चलकर यात्रा की हो ऐसा नहीं देखा। इसी से प्रेरित होकर मैं निकल गई। मुझे जाना है ये नही सोचा कि में मुस्लिम हूं। बस श्री राम जन्मभूमि आयोध्या धाम जाना है। में बहुत खुश हूं और में जैसे जैसे बढ़ती गई मुझे प्रोटेक्शन मिलता रहा। मुझे नही पता था कि इतने ज्यादा लोगों से मिलना होगा। मुबंई से अयोध्या लगभग 1600 किलोमीटर है। मेरे साथ में विनित पांडे, रामसरे शर्मा भी मुंबई से अयोध्या तक पैदल पदयात्रा कर रहे हैं। सबके राम जय श्री राम राम सबके है जो मानता है। हिन्दू होना या मुस्लिम होना कोई फर्क नहीं पड़ता। अच्छे लोगों के लिए सब समान है।