दूदरसी। पशु पक्षियों के जीवन यापन के लिए जिसके दिल में प्यार और जीवदया का भाव जागृत हो उनके कदम कभी लड़खड़ाते नहीं है और वह हमेशा धर्म के मार्ग पर अग्रसर होकर अपना धर्म निभाते रहते हैं। उसी श्रृंखला में एक नाम आता है शिक्षा विभाग के सेवा निवृत्त अध्यापक सकरानी निवासी मथुरालाल पाटीदार का। जिन्होंने अपना लक्ष्य एक ही दिशा में नियत किया है कि क्यूं ना पंखेरू जीवों के लिए कुछ ऐसा किया जाए जिससे उनकी उदरपूर्ति हो सके। इस दिशा में उन्होंने जीरन में एक समिति का गठन किया और पक्षी दाना समिति का गठन किया। वहां देखते-देखते पक्षी दाना का प्लेटफार्म तैयार हो गया और सैकड़ों क्विंटल अनाज पक्षी दाना के लिए एकत्र हो गया। आज वहां 3 समितियां बन गई है और सभी इस दिशा में बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभा रही हैं। इस समिति की आठ शाखाएं अलग-अलग गांवों में चल रही है।
उक्त जानकारी लक्ष्मी नारायण पटेल दूदरसी ने देते हुए बताया कि गांव बिसलवासकलां में श्री मद्भागवत गीता महापुराण कथा का आयोजन हो रहा है। यहां प्रतिदिन अनाज आ रहा है। यहां भागवताचार्य पंडित श्री राधेश्याम जी सुखवाल श्री राम गौशाला निम्बाहेडा के संस्थापक ने घोषणा की है कि यहां एकत्रित अनाज पक्षी दाना के लिए दिया जाएगा। इसका उपयोग पक्षियों के उदरपूर्ति के लिए ही होगा। जिसका उपस्थित श्रोताओं ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। तत्पश्चात वहां समिति का गठन किया गया। जिसका दायित्व नंदलाल पाटीदार अध्यापक व बनवारीलाल पाटीदार (लाला) ने संभाला है। समिति में आठ सदस्य मनोनीत किए गए हैं।
इस प्रकार से पक्षी दाना के क्षेत्र में किए जा रहे इस धार्मिक कार्य में मथुरा लाल पाटीदार ने सराहनीय कार्य किया है और आगे भी इस संस्था को और विशाल रूप देने के लिए कृतसंकल्पि है।