छिंदवाड़ा। पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना शुक्रवार को भाजपा जॉइन करेंगे। उनके साथ बड़ी संख्या में समर्थक भी ब्ड हाउस में भाजपा की सदस्यता लेंगे।
दीपक सक्सेना के बेटे अजय सक्सेना ने कहा, श्यह आत्मसम्मान की लड़ाई है। 6 साल से छिंदवाड़ा में नकुलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस दिशाहीन होती जा रही है। पिता ने 45 साल कमलनाथ की सेवा की। कमलनाथ हमारे लिए सर्वमान्य थे, हैं और रहेंगे, मेरे लिए वे पिता तुल्य हैं, लेकिन 6 साल से पिता का अपमान हो रहा है, कार्यकर्ताओं को उपेक्षित रखा जा रहा है, इसी कारण यह कदम उठाना पड़ रहा है।
अजय सक्सेना ने 22 मार्च को भाजपा जॉइन कर ली थी। इसी दिन दीपक सक्सेना ने कांग्रेस छोड़ दी थी। तब से ही माना जा रहा था कि वे भी भाजपा में जा सकते हैं। 26 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी छिंदवाड़ा आकर उनसे मुलाकात की थी। 3 दिन पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी दीपक सक्सेना से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। दोनों में बंद कमरे में 15 मिनट चर्चा हुई थी।
2018 में कमलनाथ के लिए छोड़ दिया था विधायक पद
दीपक सक्सेना पूर्व सीएम कमलनाथ के सबसे विश्वासनीय माने जाते रहे हैं। वे 4 बार कांग्रेस से विधायक रहे। कुल 7 बार उन्होंने विधानसभा का चुनाव लड़ा। दिग्विजय सरकार में 2 बार मंत्री रहे। 2018 में उन्होंने छिंदवाड़ा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। कमलनाथ के लिए उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। बाद में हुए उपचुनाव में कमलनाथ छिंदवाड़ा से जीतकर मुख्यमंत्री पद पर बने रहे थे। कमलनाथ सरकार में प्रोटेम स्पीकर रहे। कॉपरेटिव बैंक के दो दशक चेयरमैन भी रह चुके हैं।